साइकिल रोकोगे तो हाथ हैंडल से हटा देंगे- अखिलेश यादव
साइकिल रोकोगे तो हाथ हैंडल से हटा देंगे- अखिलेश यादव
- अखिलेश बोले 'साइकिल रोकोगे तो हाथ हैंडल से हटा देंगे'
- बसपा के बाद अब सपा के भी सख्त तेवर
- यूपी में कमजोर हो रहा महागठबंधन
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ही यूपी में भाजपा के खिलाफ महागठबंधन बिखरता नजर आ रहा है। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती के तीखे तेवरों के बाद अब समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस को इशारों-इशारों में चेतावनी दे दी है। "महागठबंधन" पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि "अगर साइकिल को रोकोगे तो आपका हाथ हैंडल से हटा दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में बोले अखिलेश
अखिलेश यादव ने शनिवार को छत्तीसगढ़ में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि साइकिल को रोकोगे तो आपका हाथ हैंडल से हटा दिया जाएगा, कंट्रोल और किसी के साथ हो जाएगा। अखिलेश ने इस बात के जरिए सीधा संकेत दिया है कि 2019 में कांग्रेस के साथ गठबंधन की मुश्किल है। वहीं कांग्रेस ने सपा की सहमति के खिलाफ कोई फैसला लिया, तो संभव है कि कांग्रेस को सपा से झटका लग सकता है।
कमजोर हो रहा गठबंधन
मायावती और अखिलेश यादव के बयान के बाद कांग्रेस की यूपी में महागठबंधन की स्थिति कमजोर पड़ती नजर आ रही है। वहीं दूसरी तरफ बसपा के कड़े रुख के चलते समाजवादी पार्टी पर भी दबाव बढ़ रहा है। सत्ता के गलियारे में महागठबंधन को लेकर चल रही चर्चाओं तेज के अनुसार बसपा सीटों को लेकर समझौता करने के मूड में नहीं है। देखना वाली बात ये होगी कि अखिलेश यादव कितनी सीटों पर राजी होते हैं।
गठबंधन हुआ तो यह होगा समीकरण
महागठबंधन के नाम पर अगर दो दर्जन से ज्यादा पार्टियां एकसाथ आ भी जाती हैं तो इनके कार्यकर्ता कितने साथ आएंगे ये भी बड़ा सवाल है। यूपी विधानसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस ने मिलकर चुनाव तो लड़ा था लेकिन कई सीटों पर दोनों दलों के उम्मीदवार मैदान में उतर गए थे। चुनाव में हार के बाद कई उम्मीदवारों ने एक-दूसरे की पार्टियों पर भितरघात का आरोप लगाना भी शुरू कर दिया था।