मुंबई में पेड़ काटने के मामले में कल सुनवाई करेगी सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच

मुंबई में पेड़ काटने के मामले में कल सुनवाई करेगी सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-06 17:38 GMT
मुंबई में पेड़ काटने के मामले में कल सुनवाई करेगी सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई के आरे कॉलोनी में पेड़ काटने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर संज्ञान लिया है। इस मामले में सर्वोत्तम न्यायालय की स्पेशल बेंच कल सोमवार को सुनवाई करेगी। सोमवार सुबह 10 बजे जस्टिस अरुण मिश्रा और ​जस्टिस अशोक भूषण की बेंच सुप्रीम कोर्ट में दशहरे का अवकाश होने बावजूद दोनों जजों की बेंच सुनवाई करेगी। ज्ञात हो कि मुंबई के आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई पर तुरंत रोक की मांग को लेकर कुछ छात्रों ने र​विवार को चीफ जस्टिस के दफ्तर में ज्ञापन सौंपकर मामले में दखल देने की मांग की थी। इस पर कोर्ट ने लॉ स्टूडेंट्स की ओर से पेड़ों को काटने के विरोध में लिखे गए लेटर को जनहित याचिका मानते हुए सुनवाई की बात कही है।

जानकारी के अनुसार छात्र सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई से मिलना चाहते थे, लेकिन वे दिल्ली में नहीं है। वहीं छात्रों का कहना है कि बॉम्बे हाईकोर्ट से कोई राहत नहीं मिली। पेड़ों की कटाई का विरोध करने पर प्रर्दशनकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। दशहरे के अवकाश के बाद कोर्ट के खुलने तक सभी 2600 से ज्यादा पेड़ों को कटाई हो चुकी होगी। लिहाजा उन्हें अभी सीजेआई दफ्तर का रुख करना पड़ा है। गोगोई के कल लौटने की संभावना है। अब ये साफ हो गया है कि छात्रों की चिट्ठी पर सुप्रीम कोर्ट की स्पेशल बेंच इस मामले पर सुनवाई करेगी।

जानकारी के अनुसार मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो परियोजना के लिए पेड़ों को काटा जा रहा है। आरे कॉलोनी में करीब 2,500 पेड़ मेट्रो कॉरिडोर के बीच आ रहे हैं। मेट्रो ने इन्हें काटना शुरू किया है, जिस पर स्थानीय लोगों समेत देश भर के पर्यावरणविदों ने चिंता जताई है। वहीं शिवसेना ने भी इसका विरोध किया है। शिवसेना की युवा शाखा के चीफ आदित्य ठाकरे ने भी इसका विरोध किया है। पेड़ों के काटे जाने पर चिपको मूवमेंट जैसा आंदोलन शुरू करने की कोशिशें हुई थीं, लेकिन सरकार ने धारा 144 लागू कर इसे कुचल दिया।

2,700 पेड़ों को काटने की योजना, इनमें से 1,500 पेड़ गिरा दिए

सुप्रीम कोर्ट के वैकेशन ऑफिसर की ओर से इस बारे में सूचना दी गई है कि लॉ स्टूडेंट ऋषभ रंजन की ओर से लेटर लिखा गया था। इसमें बताया था कि मुंबई के आरे के जंगल में पेड़ काटे जा रहे हैं। इस बारे में लेटर को जनहित याचिका के तौर पर रजिस्टर्ड कर लिया है और सोमवार सुबह 10 बजे सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई करेगा। बॉम्बे हाई कोर्ट ने मामले में दाखिल अर्जी को खारिज कर दिया था। आरे में कुल 2700 पेड़ काटे जाने की योजना है, जिनमें से 1,500 पेड़ों को गिराया जा चुका है।

गिरफ्तार 29 लोगों को दी जमानत

आरे कॉलोनी में पेड़ों को काटकर मेट्रो शेड बनाए जाने का विरोध करने वाले गिरफ्तार 29 लोगों को रविवार को पुलिस ने जमानत दे दी। पेड़ों की कटाई के खिलाफ प्रदर्शन करने के मामले में छह महिलाओं सहित 29 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने इससे पहले करीब 60 लोगों को हिरासत में लिया था, जिनमें गिरफ्तार किए गए ये लोग शामिल थे।

 

 

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