अखिलेश के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले तेजस्वी- मोदी को हराने के लिए सपा-बसपा ही काफी

अखिलेश के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले तेजस्वी- मोदी को हराने के लिए सपा-बसपा ही काफी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-01-14 12:06 GMT
अखिलेश के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले तेजस्वी- मोदी को हराने के लिए सपा-बसपा ही काफी
हाईलाइट
  • आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
  • तेजस्वी यादव ने सपा-बसपा गठबंधन को देश की जरुरत बताया।
  • प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी ने मोदी सरकार पर संवैधानिक संस्थानों को बर्बाद करने का भी आरोप लगाया।

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि यूपी में मोदी को हराने के लिए सपा और बसपा ही काफी हैं। तेजस्वी ने यह बयान सपा-बसपा गठबंधन में कांग्रेस के शामिल न होने पर दिया। उन्होंने कहा, "मोदी जी को हराने के लिए सपा-बसपा गठबंधन ही काफी है। उपचुनावों में यह साबित भी हो चुका है। आप राहुल जी का बयान भी पढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी को यूपी में एक भी सीट नहीं मिल रही है, इसलिए गठबंधन में कौन है कौन नहीं है यह मायने नहीं रखता।"

बता दें कि तेजस्वी इन दिनों यूपी के दौरे पर हैं। रविवार को उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की थी। सोमवार को उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात कर साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। तेजस्वी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा-बसपा गठबंधन पर दोनों दल प्रमुखों को बधाई भी दी। उन्होंने कहा, "मायावती और अखिलेश जी को इस गठबंधन के लिए बधाइयां। यह गठबंधन देशहित में है। देश की वर्तमान परिस्थितियों को देखा जाए तो यह गठबंधन जरूरी था।" 

तेजस्वी ने इस दौरान यह भी कहा कि जो अंग्रेजों के गुलाम थे, वे आज सत्ता में है। तेजस्वी ने मोदी सरकार पर संवैधानिक संस्थानों को बर्बाद करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "CBI और ED अब एजेंसी नहीं रहे। ये अब बीजेपी के सहयोगी हो गए हैं। लालू जी आज जेल में हैं, तो इसका एक बड़ा कारण भी यही है कि संवैधानिक संस्थाएं पीएम मोदी के इशारे पर काम कर रही हैं।"

गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने 2019 में होने वाले आम चुनाव के लिए हाथ मिलाया है। दोनों ने गत शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी में बीजेपी का सामना करने के लिए मिलकर लड़ने का ऐलान किया। यूपी में लोकसभा की 80 सीटों में से दोनों ही पार्टियां 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। 2 सीटें रायबरेली और अमेठी में गांधी परिवार के लिए छोड़ी गई हैं, अन्य 2 सीटें रिजर्व रखी गई हैं।

कांग्रेस इस गठबंधन से दूर है और यूपी की सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की बात कह रही है। राहुल गांधी ने शनिवार को दुबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि यूपी में बीजेपी के खिलाफ सपा-बसपा एक हुए हैं, उन्हें गठबंधन का पूरा हक है लेकिन यूपी में कांग्रेस अपने दम पर लड़ेगी और पूरी ताकत से लड़ेगी। 

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