भाजपा राज्य को उन्मादी आग में झोंक रही है, जल्द कुछ उपाय करें
भाजपा राज्य को उन्मादी आग में झोंक रही है, जल्द कुछ उपाय करें
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार सीएम नीतीश कुमार के नाम राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक खुला खत लिखा है। इस खत में उन्होंने जेडीयू के बीजेपी से गठबंधन पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि जेडीयू द्वारा बीजेपी के साथ गठबंधन की सरकार बनाने के बाद से राज्य में दंगे बढ़ गए हैं। इन पर लगाम लगाए जाने की जरूरत है। तेजस्वी ने लिखा है, "नीतीश जी, भाजपा राज्य की जनता को उन्मादी आग में झोंक रही है उससे राज्य को निजात दिलाने के लिए आप त्वरित उपाय करें। आप वाजपेयी जी की राजधर्म वाली सीख को अमल में लाएं।"
तेजस्वी ने लिखा है, "आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपका ध्यान इस ओर आकर्षित कराना चाहता हूं कि जिस तरह जुलाई में जनादेश का क़त्ल करके नई सरकार का गठन होने के बाद से आपकी सरकार में सहयोगी भाजपा और उसके अन्य संगठनों द्वारा राज्य में हिंसा का वातावरण पैदा किया जा रहा है, वह राज्य की जनता के हित में कतई नहीं है। यह सर्वविदित है कि भाजपा ने अपने राजनीतिक हित के लिए देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटना काफी पहले ही शुरू कर दिया था। शायद इसी ख़तरे को भाँपते हुए आपने संघमुक्त भारत की बात कही थी। लेकिन किस अनजान डर से अब आप संघयुक्त भारत की पैरवी कर रहे है यह रहस्य तो आप ही जानते है। यह सब समाज में ध्रुवीकरण करने और उसके आधार पर मतदान को प्रभावित कर राजनीतिक हित साधने का ही प्रयास है।आप इस रणनीति से राजनीतिक लाभ उठा सकते है लेकिन देश की गंगा-जमुनी तहजीब और संस्कृति पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।"
राज्य में जब से NDA सरकार बनी, तब से हिंसा जारी है
तेजस्वी ने बिहार में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन पर निशाना साधते हुए लिखा है, "जब से राज्य में NDA सरकार बनी है तब से हिंसा की अनेकों वारदातें हो चुकी हैं जिसमें अफवाह फैला कर एक विशेष समुदाय के लोगों को निशाना बनाया गया और उस क्षेत्र के लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटने का प्रयास किया गया। अभी भागलपुर में भी बिना प्रशासनिक अनुमति के संघ समर्थित एक जुलूस निकाला गया और ठीक उसके बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा में गोलियां तक चली।"
तेजस्वी ने लिखा है, "अररिया में हुए उपचुनाव के बाद योजनाबद्ध तरीके से एक छेड़छाड़ किया गया वीडियो वायरल कर दिया गया इसमें दिखाया कि एक विशेष समुदाय के लोगों ने जीत का जश्न मनाने के क्रम में देश विरोधी नारे लगाए और आपत्तिजनक टिप्पणियां की। बिना जांच किए ही उस वीडियो के ऊपर भाजपा और आपके नेताओं ने गैर जिम्मेवाराना तरीके से टिप्पणी करना शुरू कर दिया। राज्य की जनता इतनी नासमझ नहीं कि आप भाजपा और जदयू की नीतियों को अलग-अलग कर कर दिखाएं और जनता बातों में आती रहे।"
आपका दोहरा रवैया अस्वीकार्य
तेजस्वी ने नीतीश की सेक्यूलर छवि पर सवाल उठाते हुए लिखा है, "आपने कभी भी सार्वजनिक रूप से भाजपा की इस नीति का विरोध नहीं किया इसका तात्पर्य है कि आप भी इस भाजपा की नीति से सहमत हैं और आप भी इसका राजनीतिक लाभ उठाने के पक्ष में हैं। चाहे इसके लिए समाज में आग लग जाए, लोगों के घर बर्बाद हो जाएं, भीड़ इकट्ठा करके किसी निर्दोष की पीट-पीटकर हत्या कर दी जाए बच्चे अपने अभिभावक को उन्मादी भीड़ द्वारा पिटते हुए देखे, उनके घरों में आग लगा दी जाए, किसी को देशद्रोही आतंकवादी कहा जाए देश छोड़ने को बोला जाए- पर आप अपनी राजनीति का दोहरा रवैया बिल्कुल छोड़ने के पक्ष में नहीं नजर आ रहे हैं।"
तेजस्वी ने लिखा है, "मुख्यमंत्री महोदय एक तरफ़ आप चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के बहाने गांधी जी की विचारधारा को और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने की बात करते हैं तो दूसरी और आपने उन लोगों से हाथ मिलाया हुआ है जो गांधी जी के हत्यारे है और आज भी वैचारिक रूप से रोज गांधी जी की हत्या कर रहे हैं। क्या आपकी नैतिकता और अंतरात्मा नाथूराम समर्थकों के साथ मिलकर राजनीति करने पर आपको धिक्कारती भी नहीं है?"
समाज में आग लगी हो तो विकास कभी संभव नहीं
बिहार में विकास के दावों को झूठा करार देते हुए तेजस्वी लिखते हैं, "आपको सार्वजनिक मंचों पर अक्सर यह झूठा दावा करते पाया गया है कि आप विकास की राजनीति करते हैं, पर माफ कीजिए, अगर समाज में आग लगी हो तो विकास कभी संभव नहीं है। आपकी सरकार समाज में आग लगाकर अपना राजनीतिक हित साधने के प्रयास में लगी हुई हैं। आपका यह दोहरा रवैया बिहार की संस्कृति और शांति को ले डूबेगा । बिहार का कभी इतिहास नहीं रहा है कि सांप्रदायिक दंगों से राज्य को पाट दिया गया हो और रोज अप्रिय साम्प्रदायिक घटनाएं सामने आ रहे हो। जो लोग मरते हैं,जलते हैं, वे हाड़ माँस के इंसान होते हैं कोई पुतले नहीं जिनकी की राख पर आप अपनी राजनीति चमकाएं, और ऊपर से एक गांधीवादी या विकासवादी होने का ढोंग करते रहे।"