फिर लेट हुआ मिशन चंद्रयान 2 , पहले ही तीन देश पहुंच चुके है चांद पर

फिर लेट हुआ मिशन चंद्रयान 2 , पहले ही तीन देश पहुंच चुके है चांद पर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-05 05:34 GMT
फिर लेट हुआ मिशन चंद्रयान 2 , पहले ही तीन देश पहुंच चुके है चांद पर
हाईलाइट
  • 800 करोड़ की लागत से बना है चन्द्रयान।
  • तकनीकि वजह से मिशन में देरी।
  • भारत का मिशन चंद्रयान 2 हुआ लेट।

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। भारत के लिए महत्वपूर्ण चंद्रयान-2 मिशन एक बार फिर लेट हो गया है। इसरो ने पहले चंद्रयान 2 मिशन को इसी साल अक्टूबर के पहले हफ्ते में भेजने का निश्चय किया था। एक बार फिर इसे दिसंबर, 2018 तक टाल दिया गया है। पहले इस मिशन को पिछले साल 23 अप्रैल को ही भेजा जाना था। भारत का यह मिशन जैसे ही पूरा होगा वो चांद पर पहुंचने वाला चौथा देश बन जाएगा। हांलाकि इजरायल भी अपने चांद पर पहुंचने के मिशन को पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रहा है। अब देखना होगा कि कौन सा मुल्क चांद पर पहले अपनी मौजूदगी दर्ज कराएगा।

तकनीकि वजह से देरी
मिशन चंद्रयान में देरी की वजह तकनीकि परेशानियां बताई जा रही हैं। भारत से पहले अमेरिका, रूस और चीन चांद पर पहुंच चुके हैं। अब चांद पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की दौड़ में दो एशियाई देश भारत और इजरायल हैं। भारत के मिशन में देरी के चलते इजरायल चांद पर पहुंचने वाला चौथा देश बन सकता है।

चन्द्रयान-2 पूर्ण रूप से स्वदेशी मिशन 
इसरो के 800 करोड़ रुपये के प्रॉजेक्ट चंद्रयान-2 मिशन का बेहद अहम हिस्सा भारत के मून रोवर द्वारा जारी की गई पहली तस्वीर है। इसरो का चन्द्रयान-2 पूर्ण रूप से भारत में विकसित मिशन है। चन्द्रयान-2 यान का वजन करीब 3,290 किलोग्राम है और वह चांद के चारों ओर चक्कर लगाते हुए जानकारी एकत्र करेगा। 

कम बजट का शानदार यान
इसरो के चंद्रयान 2 की लागत इसकी खूबियों के लिहाज़ से काफी कम बताई जा रही है। हांलाकि इससे पहले बने भारतीय चंद्रयान की लागत इससे भी कम थी। इस यान को बनाने में करीब 800 करोड़ रुपए की लागत लगी है। ये रकम हॉलिवुड की एक अंतरिक्ष मिशन पर आधारित फिल्म इंटरस्टेलर से भी काफी कम है, इस फिल्म का बजट 1200 करोड़ रुपए से ज्यादा था। अब हर भारतीय को इस मिशन के लांच होने का इंतजार है।

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