परिवार के लिए प्यार की कुर्बानी आम बात : सुप्रीम कोर्ट

परिवार के लिए प्यार की कुर्बानी आम बात : सुप्रीम कोर्ट

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-18 07:31 GMT
परिवार के लिए प्यार की कुर्बानी आम बात : सुप्रीम कोर्ट

टीम डिजिटल, नई दिल्ली.सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महिलाएं अपने परिवार और माता-पिता से रिश्ते के लिए अपने प्यार का त्याग करती आई हैं. कोर्ट ने कहा की भारत में यह बहुत आम बात है. कोर्ट ने यह बात 1995 के उस केस के सम्बन्ध में कही, जिसमें एक 23 वर्षीय युवती ने अपने प्रेमी के साथ आत्महत्या करने का प्रयास किया था, लेकिन बाद में उसे बचाया नहीं जा सका. हालांकि प्रेमी बच गया था और बाद में पुलिस ने उसे हत्या का दोषी बताया था. 

कोर्ट ने कहा कि पीड़िता और दोषी एक-दूसरे से प्यार करते थे. पीड़िता के पिता ने बाद में कोर्ट में बयान दिया था कि जातिगत मतभेदों के चलते उनके परिवार ने अपनी बेटी को उसके प्रेमी के साथ शादी की इजाजत देने से इनकार कर दिया था. युवक को कथित तौर पर हत्या के लिए उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. बाद में राजस्थान हाईकोर्ट ने युवक के ट्रायल कोर्ट में दिए गए उस बयान, जिसमें उसने कहा था कि उसके परिवार ने शादी के लिए सहमति नहींदी थी. लिहाजा उन्हें एक निर्माणाधीन इमारत में खुदकुशी करने का फैसला लेना पड़ा.

 

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