मुस्लिम प्रत्याशी के सवाल पर बिफरी अपना दल की अनुप्रिया पटेल, बोलीं हम बीजेपी से अलग हैं!

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 मुस्लिम प्रत्याशी के सवाल पर बिफरी अपना दल की अनुप्रिया पटेल, बोलीं हम बीजेपी से अलग हैं!

Anupam Tiwari
Update: 2022-02-07 14:23 GMT
मुस्लिम प्रत्याशी के सवाल पर बिफरी अपना दल की अनुप्रिया पटेल, बोलीं हम बीजेपी से अलग हैं!

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव आगामी 10 फरवरी को होने वाला है। बीजेपी दोबारा सत्ता में वापस आना चाहती है, तो सपा व अन्य पार्टियां भी सत्ता में वापसी के लिए पूरी तरह से पसीने बहा रही है। यूपी की सियासत में सोमवार को उस वक्त गरमी बढ़ गई, जब बीजेपी गठबंधन वाली पार्टी अपना दल पार्टी (एस) की अध्यक्ष ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने हिंदुत्व और इससे संबंधित सभी मुद्दों से पार्टी को अलग किया।

गौरतलब है कि अनुप्रिया पटेल का बयान उस वक्त आया, जब यूपी में चुनावी मौसम है व बीजेपी हिंदुत्व के मुद्दे को चुनाव प्रचार में शामिल कर रही है। अपना दल (एस) प्रमुख ने कहा कि मुस्लिम उम्मीदवार उनकी पार्टी के लिए अछूत नहीं हैं। अनुप्रिया के इस बयान ने लेकर यूपी की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। 

मेरी पार्टी धार्मिक राजनीति नहीं करती
अनुप्रिया पटेल ने आगे कहा कि हम वैचारिक रूप से बीजेपी से अलग हैं। उन्होंने ने कहा लोग हिंदुत्व के मुद्दों पर मुझसे सवाल करते हैं। लेकिन मैं इन मुद्दों से अपने आप को खुद से अलग करती हूं। मेरी पार्टी धार्मिक राजनीति नहीं करती है। हम सामाजिक न्याय के लिए खड़े हैं और यही हमारी विचारधारा है। अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मैने हमेशा समाज में हाशिए पर पड़े वर्गों के लिए काम किया है। चाहे सड़कों पर हो या संसद में यही हमारा दर्शन एवं संस्थापक सिद्धांत हैं। 

अपना दल (एस) ने किया मुस्लिम उम्मीदवार की घोषणा

यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सहयोगी दल अपना दल (एस) अबकी बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की दिग्गज नेता बेगम नूर बानो के पोते हैदर अली को अपना दल (एस) ने अपना उम्मीदवार बनाया है। वह स्वार से समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। मुस्लिम उम्मीदवार पर उठ रहे सवाल पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मुझे नहीं पता कि हर कोई एक उम्मीदवार को धर्म के नजरिए से क्यों देख रहा है? वह एक पढ़े-लिखे होनहार युवा हैं। गौरतलब है कि यूपी में पिछले तीन आम चुनावों में साल 2014 और 2019 के आम चुनाव तथा 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा की सहयोगी रही अपना दल(एस) ने पहली बार मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया है। 

 पार्टी के पहले विधायक मुसलमान थे

अनुप्रिया पटेल ने कहा कि जब अपना दल पार्टी के संस्थापक सोनेवाल पटेल जीवित थे, उस समय मेरी पार्टी के पहले विधायक एक मुसलमान ही थे। जो कि प्रतापगढ़ सदर विधानसभा जीते थे। तथा उनका नाम हाजी मुन्ना था। उन्होंने कहा कि कई मुसलमान अपना दल के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। इसलिए मेरी पार्टी के लिए मुसलमान अछूत नहीं और मैं उम्मीदवारों के धर्म को नहीं देखती हूं। अनुप्रिया पटेल ने दावा किया है कि अबकी बार यूपी में भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन फिर से राज्य में सरकार बनाएगा। 


 

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