खड़गे और थरूर के बीच होगा मुख्य मुकाबला, तीसरे प्रत्याशी त्रिपाठी का नामांकन हुआ रद्द

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव लाइव अपडेट खड़गे और थरूर के बीच होगा मुख्य मुकाबला, तीसरे प्रत्याशी त्रिपाठी का नामांकन हुआ रद्द

ANAND VANI
Update: 2022-09-24 09:05 GMT
खड़गे और थरूर के बीच होगा मुख्य मुकाबला, तीसरे प्रत्याशी त्रिपाठी का नामांकन हुआ रद्द
हाईलाइट
  • 24 साल बाद गैर गांधी अध्यक्ष

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए होने जा रहे चुनाव में अब मुख्य मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और  शशि थरूर के बीच देखने को मिलेगा, क्योंकि तीसरे जिस उम्मीदवार ने नामांकन भरा जांच कमेटी ने उनका फॉर्म रद्द कर दिया है। नामांकन रद्द होने की वजह से  झारखंड कांग्रेस के नेता के एन त्रिपाठी अब अध्यक्ष  चुनाव से बाहर हो गए है। 

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एएनआई न्यूज एजेंसी को जानकारी देते हुए बताया कि मल्लिकार्जुन खड़गे साहब पार्टी के बहुत महत्वपूर्ण अंग है। वे बहुत वरिष्ठ नेता हैं और अगर टॉप 3 नेताओं में उनका नाम तो आएगा ही। वे राज्य सभा में विपक्ष के नेता भी हैं और हर अहम विषय में उनका नाम होता है। राजस्थान में भी जब समस्या हुई उस पर भी खड़गे साहब जयपुर गए थे।  हालांकि  आपको बता दें आज सुबह ही अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बनने के चलते खड़गे ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है।

 कांग्रेस चुनाव प्राधिकरण प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कल हमें 20 फॉर्म मिले थे और वो फॉर्म सही है कि नहीं उसकी जांच आज हमने की थी। 20 में से 4 फॉर्म रिजेक्ट हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हमारे 2 उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर चुनाव लड़ेंगे।

कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि 8 अक्टूबर के बाद अगर कोई नाम वापस नहीं लेता है तो चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खड़गे के पर्चा दाखिल करने के बाद कहा कि सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह है। मल्लिकार्जुन खड़गे के अनुभव का लाभ पूरी कांग्रेस को मिलेगा। हमें इस बात की बहुत खुशी है।

वहीं उनके विरोध में खड़े हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि मैं खड़गे साहब का बहुत सम्मान करता हूं। अगर कई लोग नामांकन दाखिल करेंगे तो अच्छी बात है और लोगों को भी विकल्प मिलेगा। मैंने किसी को नीचा दिखाने के लिए ऐसा नहीं किया है। हमें एक साथ काम करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि वे हमारी पार्टी के भीष्म पितामह हैं। 

कांग्रेस सांसद और अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने नामांकन फॉर्म भरने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया। खड़गे ने कहा मेरे साथ मेरे नामांकन के समय मौजूद रहे। 17 अक्टूबर को चुनाव के नतीजे आएंगे और मुझे उम्मीद है की मैं यह चुनाव जीतूंगा

 

मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन भरने के लिए तीस कांग्रेस नेताओं ने प्रस्ताव रखा 

 कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए  मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन के समय 10 कांग्रेस  नेताओं ने  समर्थन किया है।  

                         

 

झारखंड कांग्रेस नेता के.एन. त्रिपाठी,ने भी कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए  अपना नामांकन दाखिल किया          

सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर सचिन पायलट के साथ मीटिंग खत्म हो चुकी है। पायलट ने मीडिया को बताया कि मैं आज कांग्रेस अध्यक्ष से मिला, उसने शांति से मेरी बात सुनी। जयपुर, राजस्थान में जो कुछ हुआ, उस पर हमने विस्तृत चर्चा की। मैंने उन्हें अपनी भावनाएँ, अपनी प्रतिक्रियाएँ बताईं। हम सभी कड़ी मेहनत करके राजस्थान में 2023 का चुनाव जीतना चाहते हैं, हमें साथ काम करना होगा। राजस्थान के मुद्दे में जो भी फैसला करना होगा, वो वो ही लेंगी। मुझे विश्वास है कि अगले 12-13 महीनों में हम अपनी मेहनत से एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनाएंगे

सुबह अशोक गहलोत और सोनिया गांधी के मुलाकात के बाद अब शाम को सचिन पायलट भी सोनिया गांधी से मुलाकात के लिए उनके आवास 10 जनपथ पहुंचे चुके हैं। बताया जा रहा पायलट व सोनिया के बीच राजस्थान सियासी घटनाक्रम को लेकर बात हो सकती है। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि सोनिया गांधी और गहलोत के बीच जो बातें हुई हैं, इस पर भी पायलट से चर्चा हो सकती है। राजस्थान सियासत पर कांग्रेस आलाकमान काफी नाराज है।

इसी कड़ी में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की तरफ से राजस्थान कांग्रेस पार्टी नेताओं को एडवाइजरी जारी की गई है कि किसी भी अन्य नेताओं के खिलाफ या पार्टी के आंतरिक मामलों के बारे में सार्वजनिक बयान देने से बचना चाहिए। अगर इस एडवाइजरी का कोई उल्लंघन किया जाता है तो पार्टी "सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई" की चेतावनी भी देती है।

राजस्थान कांग्रेस में सियासी जंग जारी है। अशोक गहलोत से सोनिया गांधी की मुलाकात के बाद अब खबर आ रही है कि आज शाम 7-8 के बीच सचिन पायलट की मुलाकात होगी। पायलट की यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। बताया ये जा रहा है कि सोनिया गांधी दो दिन के भीतर राजस्थान सीएम को लेकर बड़ा फैसला ले सकती हैं। 

आज सोनिया गांधी व गहलोत के बीच मुलाकात के बाद जहां गहलोत ने अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने साफ मना कर दिया है तो वहीं राजस्थान में उनकी कुर्सी भी खतरे में बताई जा रही है। क्योंकि खबर आ रही है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अगले दो दिन राजस्थान सीएम पद को लेकर बड़ा फैसला लेंगी। ऐसे में राजस्थान सियासत में विवाद और बढ़ता ही जा रहा है।

लंबा इंतजार कराने के बाद सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत को मुलाकात का समय दिया। दोनों के बीच डेढ़ घंटे लंबी बैठक चली। बैठक से बाहर निकलने के बाद अशोक गहलोत बाहर निकले और मीडिया से मुखातिब हुए। अशोक गहलोत ने बीते दो दिन के घटनाक्रम पर अफसोस जाहिर कर खुद को कांग्रेस का वफादार सिपाही बताया। इसके बाद उन्होंने कहा कि वो अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। इससे पहले तक अशोक गहलोत कांग्रेस के अध्यक्ष पद के सबसे मजबूत दावेदार और इस पद के लिए गांधी परिवार की पहली पसंद बताए जा रहे थे।  अशोक गहलोत के अलावा कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी दिल्ली में ही डेरा डाले हुए हैं। खबर है कि गहलोत से मिलने के बाद उनकी भी सोनिया गांधी से मुलाकात हो सकती है।

राजस्थान में मध्यावधि चुनाव!

राजस्थान मुख्यमंत्री को लेकर गहलोत के गुट के मंत्री गोविंद सिंह ने कांग्रेस पार्टी के हाई कमान को सीधे तौर पर चुनौती देते हुए कहा है कि यदि पार्टी आलाकमान किसी दूसरे गुट को सीएम बनाता है तो हम सभी इस्तीफा देंगे, ऐसे में राजस्थान में मध्यावधि चुनाव देखने को मिल सकते है। हालांकि दिल्ली में सोनिया गांधी और अशोक गहलोत की बैठक के बाद ये साफ हो जाएगा कि राजस्थान का सीएम कौन होगा ?

दिग्विजय सिंह ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस कार्यालय से लिया नामांकन पत्र। अध्यक्ष पद के लिए दिग्विजय सिंह कल नामांकन पत्र दाखिल कर देंगे।

बैठकों का दौरा जारी

कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर मुलाकात और बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। राजस्थान सीएम अशोक गहलोत से  जोधपुर हाउस में  कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक मिलने पहुंचे। वहीं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के.सी. वेणुगोपाल 10 जनपथ पहुंचे हैं।

अध्यक्ष चुनाव के मैदान में उतरे पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह से मिलने उनके आवास पर पी चिदंबरम  पहुंचे हैं। 

गहलोत को झटका, सोनिया ने नहीं दिया वक्त

राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली गए, लेकिन सोनिया ने गहलोत को मिलने का टाइम नहीं दिया। माना जा रहा है कि ये राजस्थान में मचे सियासी घमासान की वजह से हुआ, जिसके चलते कांग्रेस हाईकमान गहलोत से नाराज हो गया। अब दिग्विजय सिंह कल अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे।

राजस्थान में सीएम कुर्सी को लेकर मचे बवाल के बाद कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर नया मोड़ आ गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिग्विजय सिंह अब कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए आज रात सिंह भारत जोड़ो यात्रा से दिल्ली पहुंचेंगे। 

अध्यक्ष चुनाव को लेकर माना जा रहा है कि अब मुख्य मुकाबला दिग्विजय सिंह और शशि थरूर के बीच होगा। हालांकि अभी भी कांग्रेस पार्टी में अध्यक्ष चुनाव को लेकर कलह बनी हुई है। अब देखना ये होगा कि  नामांकन फॉर्म दाखिल करने में शेष बचें 48 घंटे में कौन कौन पर्चा भरेगा।

कांग्रेस आलाकमान और गहलोत के बीच बने मनमुटाव के चलते पार्टी हाईकमान ने अन्य नामों पर भी चर्चा करना शुरू कर दिया है। आज रात  पार्टी के दिग्गज और वरिष्ठ नेताओं की एक बड़ी बैठक सोनिया गाँधी के आवास पर होने जा रही  है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में राजस्थान सीएम और अध्यक्ष को लेकर चर्चा होगी। सूत्रों से मिली जानकारी कांग्रेस पार्टी नेतृत्व ने अब किसी महिला के नाम पर चर्चा करना शुरू कर दिया है। इसके लिए  सोनिया ने अंबिका सोनी को भी बुलाया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे और दिग्विजय सिंह के नाम भी अध्यक्ष के लिए सामने आ रहे है।  हालांकि इससे पहले  कमलनाथ के नाम पर भी चर्चा तेज हुई थी। लेकिन आपको बता दें कमलनाथ ने कई मौके पर कहा कि 2023 से पहले मध्यप्रदेश को छोड़ना नहीं चाहूंगा। 

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव पर अब तक चल रहे गहलोत नाम पर एक बार फिर संकट के बादल छाए हुए नजर आ रहे है। मुख्यमंत्री को लेकर राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने  मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को अचानक दिल्ली बुलाया है। कमलनाथ  के दिल्ली बुलावे को एक बार फिर कांग्रेस कमान मिलने के नजरिए से देखा जा रहा है। अब राजनीति गलियारों में एक बार कांग्रेस कमान को लेकर कमलनाथ का नाम चलने लगा है। अब ये अटकलें तेज हो गई है। वहीं दूसरी तरफ कुछ राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि कमलनाथ को दिल्ली राजस्थान में मचे सियासी घमासान से उपजे संंकट का समाधान खोजने के लिए बुलाया गया है। एक तरह से राजस्थान डैमेज कंट्र्रोल के लिए कमलनाथ को दस जनपथ से बुलावा आया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर 30 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दावेदारों ने अपनी तैयारियां  शुरू कर दी। सबसे पहले केरल से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने अपने प्रतिनिधि भेजकर केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण से नामांकन फॉर्म मंगवा लिया है। 

आपको बता दें पार्टी अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस के भीतर भी  काफी विरोध  हो रहा था। पीएम मोदी भी कई मौके पर इशारों इशारों में कांग्रेस पर वंशवाद का आरोप लगा चुके, इसे देखते हुए गांधी परिवार ने अबकी बार गैर गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की ठानी है।

कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ साथ कई राज्यों ने प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी को आध्यक्ष बनाने की अपील की,लेकिन राहुल गांधी के मना करने के बाद साफ तौर पर यह तय हो गया कि अध्यक्ष  गांधी परिवार के बाहर से होगा। इसे देखते हुए अब पार्टी के कई नेता अध्यक्ष का चुनाव लड़ने का सपना देखने रहे है। कई नेताओं के नाम चर्चाओं में भी है। देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष 24 साल बाद गैर गांधी होगा।

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