सीयूसीइटी - जीईई परिक्षा में कुप्रबंध के खिलाफ दिल्ली विश्वविद्यालय में एनएसयूआई का विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली सीयूसीइटी - जीईई परिक्षा में कुप्रबंध के खिलाफ दिल्ली विश्वविद्यालय में एनएसयूआई का विरोध प्रदर्शन

IANS News
Update: 2022-08-08 10:31 GMT
सीयूसीइटी - जीईई परिक्षा में कुप्रबंध के खिलाफ दिल्ली विश्वविद्यालय में एनएसयूआई का विरोध प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कक्षा 12वीं के बोर्ड परीक्षा के बाद अलग-अलग विश्वविद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है, कहीं यह दाखिले सीधे 12वीं के परिणामों के आधार पर हो जाते हैं तो अब ज्यादातर जगह प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दाखिले हो रहे हैं, इस वर्ष सभी दिल्ली विवि सहित केंद्रीय विश्वविद्यालय में भी दाखिले सीयूसीइटी के माध्यम से हो रहे हैं। जिसका कांग्रेस के छात्र इकाई एनएसयूआई ने विरोध दर्ज किया है।

एनएसयूआई ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व एनटीए को पत्र लिखकर मांग की है कि, दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा पारदर्शी तरीके से पूरी तकनीकी तैयारी के साथ किया जाए, जिससे किसी भी छात्र का भविष्य खराब ना हो ना ही 1 साल उसे दाखिले के लिए इंतजार करना पड़े।

एनएसयूआई की दिल्ली इकाई ने दिल्ली विश्वविद्यालय के आर्ट्स फैकल्टी के बाहर एनटीए द्वारा करवाई जा रही परीक्षा में भारी कुप्रबंधन की बात सामने रखते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला भी फूंका।

छात्रों को संबोधित करते हुए एनएसयूआई दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष कुणाल सेहरावत ने कहा कि, सरकार ने जेईई व सीयूसेट परीक्षा एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) को दिया गया है, जिस एजेंसी का घोटालों से नाता रहा है, जेईई के छात्रों ने हाल ही में यह परीक्षा दी थी तब सर्वर में दिक्कत आने से कई छात्रों के नतीजे बिगड़ गए थे, जिन छात्रों ने पूरा पेपर करने का दावा किया था वह सर्वर की गड़बड़ी के कारण शुन्य प्रश्न किए गए नतीजों में दिखाए गए थे।

इसी तरह जब सीयूसीइटी के कुछ छात्र परीक्षा केंद्र पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि परीक्षा आगे बढ़ा दी गई है, कुछ छात्रों को परीक्षा केंद्र में बार-बार जगह बदल कर बैठाया गया, जिससे उनकी परीक्षा रिकॉर्ड में नहीं चढ़ पाई। एनटीए के पास परीक्षा करवाने का तकनीकी ढांचा नहीं है, कई ऐसे छात्रों की भी शिकायत आई है जिनका परीक्षा के 1 दिन पूर्व तक एडमिट कार्ड जारी नहीं हुआ था, ऐसे में लाखों छात्रों का प्रवेश परीक्षा में नुकसान हुआ।

(आईएएनएस)

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