शहीद की 5 साल की बेटी जोहरा को आसरा, गौतम गंभीर ने माना 'बेटी'
शहीद की 5 साल की बेटी जोहरा को आसरा, गौतम गंभीर ने माना 'बेटी'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन क्रिकेट टीम के प्लेयर गौतम गंभीर क्रिकेट में तो सबकी उम्मीदें थे ही, लेकिन आज भी वो कई ऐसे काम कर रहे हैं, जिनसे वो लाखों लोगों की उम्मीदें बन गए हैं। हाल ही में जम्मू कश्मीर में एक आतंकी हमले में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर एसआई अब्दुल राशिद की 5 साल की बेटी का पढ़ाई का खर्चा उठाने की पहल की है। गौतम गंभीर ने मंगलवार को एक ट्वीट के जरिए इस बात की जानकारी दी। गंभीर ने ट्वीट कर बताया था कि वो आतंकी हमले में शहीद हुए अब्दुल राशिद की बेटी जोहरा की पढ़ाई का खर्चा उठाएंगे। जोहरा बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती हैं और उनके इस सपने को पूरा करने में उनकी मदद गौतम गंभीर करेंगे।
गंभीर ने क्या किया था ट्वीट?
गंभीर ने मंगलवार को अपने ट्विटर हैंडल से दो ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने जोहरा की पढ़ाई का खर्चा उठाने का फैसला लेने की जानकारी दी। गंभीर ने अपने पहले ट्विट में लिखा, "जोहरा प्लीज...इन आंसुओं को जमीन पर मत गिरने दो। मुझे शक है कि धरती मां भी शायद इस दर्द का बोझ उठा पाए। तुम्हारे शहीद पिता को सलाम।" इसके बाद गंभीर ने एक और ट्वीट किया, "जोहरा, मैं तुम्हें लोरी गाकर तो सुला नहीं सकता, लेकिन मैं तुम्हारे सपनों को साकार करने में मदद करूंगा। तुम्हारी पढ़ाई के लिए जीवनभर मदद करूंगा।"
जोहरा ने क्या कहा?
गौतम गंभीर के इस फैसले के बाद जोहरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, "मैं और मेरा परिवार आपके इस कदम से काफी खुश हैं। मैं बड़े होकर डॉक्टर बनना चाहती हूं।" इसके बाद गंभीर ने कहा कि, "जोहरा बेटा, आप मुझे थैंक्स मत कहिए...आप मेरी बेटी आजीन और अनेजा की तरह ही हैं। मैंने सुना है कि आप बड़े होकर डॉक्टर बनना चाहती हैं। आप बस अपने पंख खोलो और अपने सपने का पीछा करो।"
पहले भी कर चुके हैं मदद
ये पहली बार नहीं है जब गौतम गंभीर किसी के मदद के लिए आगे आए हों। इससे पहले भी गंभीर ने अप्रैल 2017 में हुए नक्सली हमले में शहीद हुए CRPF के जवानों की परिवार की मदद के लिए आगे आए थे। उन्होंने इस हमले में शहीद हुए जवानों के परिवार की गौतम गंभीर फाउंडेशन के जरिए मदद की थी।