47 का हुआ ये भारतीय गेंदबाज, बधाईयों का अलग-अलग अंदाज

47 का हुआ ये भारतीय गेंदबाज, बधाईयों का अलग-अलग अंदाज

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-17 05:42 GMT
47 का हुआ ये भारतीय गेंदबाज, बधाईयों का अलग-अलग अंदाज

डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर, पूर्व कैप्टन और पूर्व हेड कोच भी रह चुके अनिल कुंबले ऊर्फ "जंबो" आज 47 साल के हो गए हैं। 17 अक्टूबर 1970 को जन्मे अनिल कुंबले ने अपने 18 साल के क्रिकेट करियर में कई ऐसे कारनामे किए हैं, जो आज भी कोई नहीं कर सकता। कुंबले के बर्थडे पर उनके साथी खिलाड़ी और टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने उन्हें खास अंदाज में विश किया। सहवाग ने कुंबले के साथ अपनी फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया, "धनतेरस के दिन, इंडिया के महान "धन" कुंबले भाई को हैप्पी बर्थडे। वेरी हैप्पी बर्थडे। जय-जय शिव शंभो, हैप्पी बर्थडे जंबो।" जंबो कुंबले को 2016 में टीम इंडिया के हेड कोच बने थे, लेकिन विराट कोहली से अनबन और मतभेद के चलते उन्होंने इस पोस्ट से इस्तीफा दे दिया था। आज उसी कुंबले का बर्थडे है, जिसके नाम टेस्ट की एक ही इनिंग में 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड है और इस खास मौके पर आज हम आपको कुंबले से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आपने शायद ही कभी सुना है। 

अनिल कुंबले को सब लोग "जंबो" कहकर बुलाते हैं, लेकिन उसके बाद भी कई लोगों को ये नहीं पता कि उनका नाम "जंबो" कैसे पड़ा? इस बात का खुलासा खुद कुंबले ने एक बार किया था। अपने इस नाम के पीछे की वजह बताते हुए कुंबले ने कहा था कि, "मेरा पेट नेम जंबो और किसी ने नहीं बल्कि नवजोत सिंह सिद्धू ने रखा था। उस वक्त में ईरानी ट्रॉफी में दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडिय में रेस्ट ऑफ इंडिया टीम की तरफ से खेल रहा था और सिद्धू मिड ऑन की तरफ खड़े होकर फील्डिंग कर रहे थे।" उन्होंने आगे कहा था कि, "बॉलिंग करते समय मेरी कुछ बॉल अचानक बाउंस कर रही थी, जिसके बाद सिद्धू ने मुझे "जंबो जेट" कहा। बाद में जेट तो हट गया, लेकिन जंबो रह गया। उसके बाद ही मेरे टीम मेट्स मुझे "जंबो" कहकर बुलाने लगे।"

2. जब टूटे जबड़े के साथ भी खेला मैच

2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए कुंबले ने जो किया, वो शायद ही कोई कर पाए। उस वक्त इंडिया और वेस्टइंडीज के बीच एंटिगा में टेस्ट मैच खेला जा रहा था। तभी कुंबले के जबड़े में बॉल लग गई। उसके बाद लग रहा था कि कुंबले इस मैच में नहीं खेल पाएंगे, लेकिन इसके बावजूद भी वो पट्टी बांधकर मैदान पर खेलने आए। उस मैच में कोहली के जबड़े को एक पट्टी से बांध दिया गया था। इसके बाद कुंबले बॉलिंग करने के लिए मैदान पर आए। टूटे हुए जबड़े के साथ बॉलिंग करते हुए कुंबले ने ब्रायन लारा का विकेट लिया था। इस मैच में कुंबले ने 14 ओवर डाले थे। 

3. जब पाकिस्तान की टीम को कर दिया ढेर

7 फरवरी 1999 का दिन। इंडिया-पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच। इस मैच की तारीख भले ही याद न हों, लेकिन कुंबले ने इसमें जो किया था वो आज भी सबको याद है। कुंबले ने इस टेस्ट में एक ही पारी में पाकिस्तान के 10 विकेट लेकर पूरी टीम को 207 रनों पर ढेर कर दिया था। उस समय कुंबले की बॉलिंग के आगे पाकिस्तानी टीम टिक नहीं पाई और ताश के पत्तों की तरह ढह गई। इस मैच में पाकिस्तान को 420 रन का बड़ा स्कोर हासिल करना था और शुरुआत में जब पाकिस्तानी टीम आई तो लग रहा था कि वो आसानी से इसे पार कर लेगी। तभी कुंबले ने पाकिस्तान की इस उम्मीद पर पानी फेरते हुए 101 रन के स्कोर पर पाकिस्तानी टीम को पहला झटका दिया। उसके बाद पाकिस्तानी टीम कुंबले के सामने कड़ी मशक्कत के बाद भी नहीं टिक पाई और सिर्फ 207 रन ही बना सकी। इस टेस्ट में कुंबले ने एक ही इनिंग में 10 विकेट लिए थे। जिम लेकर के बाद कुंबले ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 10 विकेट लिए थे। इस तरह से टीम इंडिया ने इस टेस्ट में जीत हासिल की थी। 

4. कोहली से मतभेद के चलते कोच की पोस्ट से हटे

1990 में अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर की शुरुआत करने वाले कुंबले का 18 साल का करियर बेदाग और साफ छवि वाला रहा। इस दौरान कुंबले कभी विवादों में नहीं रहे। इतना ही नहीं कुंबले हमेशा डिसिप्लीन के साथ क्रिकेट खेलते थे, लेकिन टीम इंडिया के हेड कोच बनने के बाद वो विवादों में और चर्चा में आ गए। कारण था, कुंबले और कैप्टन कोहली के बीच मतभेद। कुंबले को     24 जून 2016 को एक साल के लिए टीम इंडिया का हेड कोच बनाया गया, लेकिन कोहली के साथ मतभेद होने के कारण उन्होंने एक साल से पहले ही अपनी हेड कोच की पोस्ट से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद कुंबले ने ट्विटर पर इस बात का कारण बताते हुए ट्वीट किया था कि, "मुझे बताया गया है कि कैप्टन मेरी वर्किंग स्टाइल से खुश नहीं है।" इंडिया टीम के कोच रहते हुए उन्होंने कई मुकाम हासिल किए। उनकी कोचिंग में टीम इंडिया ने 17 टेस्ट खेले, जिसमें से 12 मैच में उसे जीत मिली और 1 में हार का सामना करना पड़ा।

5. अनिल कुंबले का क्रिकेट करियर

अनिल कुंबले का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर 1990 में शुरु हुआ और उन्होंने 18 सालों तक इंडिया टीम के लिए खेला। कुंबले ने 25 अप्रैल 1990 में श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला और टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 9 अगस्त 1990 में पहला मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इसके बाद कुंबले ने 18 सालों तक कई ऐसे कारनामे किए, जो आज भी कोई नहीं कर सका। टेस्ट क्रिकेट में कुंबले ने 619 विकेट लिए और वो मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट) और शेन वॉर्न (708 विकेट) के बाद तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं। वहीं वनडे में उनके नाम 337 विकेट हैं। कुंबले ने अपना आखिरी वनडे 19 मार्च 2007 को बरमूडा के खिलाफ खेला था और उनका आखिरी टेस्ट 29 अक्टूबर 2008 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था। 

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