भारतीय क्रिकेट टीम में आरक्षण की रिपोर्ट पर कैफ का करारा जवाब

भारतीय क्रिकेट टीम में आरक्षण की रिपोर्ट पर कैफ का करारा जवाब

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-29 16:42 GMT
भारतीय क्रिकेट टीम में आरक्षण की रिपोर्ट पर कैफ का करारा जवाब
हाईलाइट
  • जिसका जवाब पूर्व भारतीय खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने करारा जवाब दिया है।
  • भारत के प्रतिष्ठित समाचार पोर्टल ने सोशल मीडिया ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर की है।
  • भारतीय क्रिकेट टीम में अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के खिलाड़ियों का मुद्दा छिड़ गया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम आज अपने शिखर पर है। चाहे टेस्ट मैच हो, वनडे मैच हो या फिर टी-20, हर क्षेत्र में भारतीय टीम ने वर्ल्ड की बड़ी-बड़ी टीमों को धूल चटाई है। मगर आज जो भारत देश में नौकरियों और पढ़ाई जैसे क्षेत्रों में आरक्षण का मुद्दा है, वो अब क्रिकेट की पिच पर भी अपना रंग छोड़ता नजर आ रहा है।

भारत के प्रतिष्ठित समाचार पोर्टल "द वायर" ने सोशल मीडिया ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए भारतीय क्रिकेट टीम में अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के खिलाड़ियों का मुद्दा छेड़ दिया है। जिसका जवाब पूर्व भारतीय खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने दिया है।

पोर्टल ने पोस्ट शेयर करते हुए बताया है कि भारत के 86 वर्षों के क्रिकेट इतिहास में 290 विभिन्न खिलाड़ियों ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला है। जिनमें केवल चार अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के हैं। जबकि भारत के जनसंख्या अनुपात के अनुसार यह आकड़ा 4 नहीं लगभग 70 होना चाहिए था।

 

 

इस पोस्ट पर मो. कैफ ने जवाब देते हुए लिखा है, "कितने प्राइम टाइम पत्रकार एससी या एसटी हैं ? या आपके संगठन में कितने सीनियर संपादक अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के हैं ? खेल शायद एक ऐसा क्षेत्र या माध्यम है जिसने जाति की बाधाओं को सफलतापूर्वक तोड़ दिया है, खिलाड़ी मिलजुल कर साथ खेलते हैं । लेकिन फिर हमारे पास ऐसी पत्रकारिता है जो घृणा फैलाती है।"

 

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