एशियन बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप : नागपुर की वर्षा को मिला 5वां स्थान

एशियन बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप : नागपुर की वर्षा को मिला 5वां स्थान

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-29 06:28 GMT
एशियन बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप : नागपुर की वर्षा को मिला 5वां स्थान

डिजिटल डेस्क, नागपुर| हम माने या न माने लेकिन आज भी हम उस समाज में जी रहे हैं जहां पर महिलाओं को हमेशा से पुरूषों से कमतर ही समझा गया है। हमेशा से महिलाओं को वो काम करने से रोका गया है, जिस पर पुरूषों का ही अधिकार माना जाता है, जिसमें खेल भी शामिल है। खेल पर हमेशा पुरुषों का ही अधिकार माना जाता है, लेकिन अब धीरे-धीरे ही सही लेकिन महिलाएं भी खेल के मामले में पुरूषों की बराबरी कर रहीं हैं और हर खेल में बढ़-चढ़कर हिस्सा भी ले रही हैं। ऐसी ही नागपुर की वर्षा आडवाणी हैं, जिन्होंने 51 एशियन बॉडी बिल्डिंग चैंपियनशिप में 5वां स्थान हासिल किया है। 

वर्षा नागपुर की रहने वाली हैं और वो उन 50 कंटेस्टेंट में शामिल हैं, जो 51वीं एशियन बॉडी बिल्डिंग फिजिक स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में हिस्सा लेने साउथ कोरिया गए थे। 20 से 26 अगस्त तक साउथ कोरिया के सिओल में आयोजित इस चैंपियनशिप में वर्षा ने 5वां स्थान हासिल कर न केवल भारत का बल्कि नागपुर का भी नाम रोशन किया है। इसी जीत के साथ वर्षा नागपुर की पहली महिला बन गई हैं, जिन्होंने इस चैंपियनशिप में 5वां स्थान हासिल किया है। चैंपियनशिप में 5वें स्थान पर आने के बाद वर्षा को गोल्डन ट्रॉफी और सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया।  

जीत के बाद क्या बोली वर्षा ? 
इस जीत के बाद वर्षा आडवाणी ने कहा कि भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व करना बहुत ही गौरव की बात है और जब मैंने तिरंगे को हाथ में लिया तो वो पल मेरे लिए बहुत ही गौरवपूर्ण पल था। उन्होंने बताया कि ये प्रतियोगिता 52 किलो की कैटेगरी की थी और ऐसे में अपने वेट को मेंटेन करना काफी मशक्कत भरा काम था। वर्षा ने कहा कि भारत में अभी भी महिला बॉडी बिल्डर को स्पांसर नहीं मिलते हैं, ये प्रतियोगिता काफी महंगी होती है और इसमें ज्यादा से ज्यादा महिलाएं हिस्सा लें, इसके लिए जरूरी है कि उन्हें स्पांसर मिले।

इसके आगे वर्षा ने बताया कि ये उनकी पहली इंटरनेशनल चैंपियनशिप थी और वहां का माहौल बहुत ही बेहतरीन था। उन्होंने बताया कि पहले मेरा मुकाबला 24 अगस्त को होना था,लेकिन उसे अचानक बदलकर 23 अगस्त को कर दिया गया। इस प्रतियोगिता में कई राउंड होते हैं, जिससे मुझे ज्यादा टाइम नहीं मिल पाया, लेकिन फिर भी मैंने अपना कॉन्फिडेंस नहीं खोया और दुनिया भर से आई कई बॉडी बिल्डर का पीछे छोड़ते हुए ये खिताब जीता। उन्होंने बताया कि इंटरनेशन लेवल पर होने वाली प्रतियोगिताओं के कुछ नियम कानून होते हैं, जिन्हें फॉलो करना होता है। शेड्यूल का भी ध्यान रखना होता है। मैं वहां पर अकेली थी, लेकिन वहां का मैनेजमेंट बहुत ही बेहतरीन था।

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