परमिशन लेकर नहीं आए तो सीबीआई अधिकारी भी होंगे क्वांरटीन
परमिशन लेकर नहीं आए तो सीबीआई अधिकारी भी होंगे क्वांरटीन
डिजिटल डेस्क, मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या की जांच के लिए बिहार से आए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को जिस तरह जबरन क्वांरटीन किया गया था उसी तरह इस मामले की छानबीन के लिए दिल्ली से आने वाले सीबीआई अधिकारियों को भी क्वांरटीन किया जा सकता है। मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने कहा है की कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुंबई आने वाले सीबीआई अधिकारियों को मुंबई पुलिस से जरूरी मंजूरी लेनी होगी। वरना नियमों के तहत उन्हें भी 14 दिन के लिए क्वांरटीन किया जाएगा। मुंबई महानगरपालिका ने दूसरे राज्यों से मुंबई आने वाले लोगों को 14 दिन अनिवार्य रूप से घर में क्वांरटीन किए जाने का आदेश दिया है। इससे तभी छूट मिल सकती है जब दो कामकाजी दिन पहले मुंबई महानगरपालिका से ऑनलाइन इसकी इजाजत मांगी जाए।
तिवारी को क्वांरटीन किए जाने को लेकर हुए विवाद के बाद मुंबई महानगर पालिका ने हवाई अड्डा प्राधिकरण और वहां तैनात बीएमसी अधिकारियों को निर्देश दिया था कि पूर्व अनुमति के बिना किसी को भी क्वांरटीन से छूट न दी जाए। मुंबई महानगर पालिका ने इसकी इजाजत देने को लेकर जो आदेश जारी किया है उसके मुताबिक जांच के लिए आ रहे अधिकारियों को अनुमति से पहले किस मकसद से और किन जगहों पर जाना है इसका भी विवरण देना होगा। लेकिन ऐसा करने से जांच प्रभावित हो सकती है। महापौर पेडणेकर के बयान से साफ है कि सुशांत आत्महत्या की छानबीन को लेकर केंद्र, बिहार और राज्य सरकार के बीच चल रही खींचतान जल्द खत्म नही होने जा रही।