प्रियंका ने जीती कुपोषण और एनीमिया से जंग "खुशियों की दास्‍तां" पोषण पुनर्वास केंद्र पर उचित उपचार और देखभाल से 18 माह की बालिका हुई स्वस्थ

प्रियंका ने जीती कुपोषण और एनीमिया से जंग "खुशियों की दास्‍तां" पोषण पुनर्वास केंद्र पर उचित उपचार और देखभाल से 18 माह की बालिका हुई स्वस्थ

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-07-22 09:04 GMT
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डिजिटल डेस्क, नीमच। जिला चिकित्सालय नीमच में स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओ से कुपोषित,एनीमिक, कम वजन वाले बच्चें, उचित देखभाल और चिकित्सा सुविधाओ से स्‍वस्‍थ हो रहे है। ग्राम बरखेडा मीणा तहसील जावद की 18 माह की प्रियंका पिता राजेश ने कुपोषण और एनीमिया को हराया है। प्रियंका को ग्राम की आशा और आंगनवाडी कार्यकर्ता द्वारा माता पिता को प्रेरित कर, पोषण पुनर्वास केंद्र पर उपचार के बारे में समझाया। तब इसके पिता राजेश और माता फोरी बाई जो की मजदूरी कार्य करते है। उन्‍होने प्रियंका को जिला चिकित्सालय नीमच में दिखाया और चिकित्सक की सलाह पर एन आर सी में भर्ती कराया। प्रियंका को 29 जून को एनआरसी केंद्र नीमच पर भर्ती किया गया, जहां जाँच करने पर उसका वजन 6 किलो 400 ग्राम था और हिमोग्लोबिन 5.7 था और वह टीबी से भी पीड़ित थी। उसके पिता ने बताया कि प्रियंका एक महीने से बहुत बीमार और कमजोर थी। एनीमिक होने से सफ़ेद दिख रही थी और चेहरे पर सूजन भी था। खाने पीने में बड़ी दिक्कत हो रही थी। पोषण प्रशिक्षक रईसा मंसूरी ने बताया कि जब वे बच्ची को लेकर एनआरसी आये तो सभी टेस्ट निशुल्क किये गये और जाँच करने के बाद ब्लड की कमी होने पर उसे ब्लड भी चढाया गया और टी बी पोजिटिव आने से 6 माह के लिए टी बी की दवाई भी दी गई। एनआरसी प्रभारी डॉ.गाँधी के निर्देशन में 18 माह की बालिका का इलाज और समय पर उचित देखभाल से वह स्वस्थ हो गई। 11 जुलाई 2020 को जब छुट्टी की गयी तो, प्रियंका का वजन बढकर 7 किलो हो गया और पूरी तरह से स्वस्थ हो गई है। प्रियंका की माता को सही खान पान की जानकारी देकर फोलोअप के लिए निश्चित दिवस पर आने की सलाह दी गई है। इस तरह पोषण पुर्नवास केंद्र नीमच पर उचित देखभाल से प्रियंका ने कुपोषण और एनिमिया को हराया है। अब वह पूरी तरह से स्‍वस्‍थ होकर अपने घर लौट गई है।

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