मालूम हो कि बिजली से चलने वाली यह कार किसी प्रकार का एयर पॉल्यूशन और शोर नहीं करती है। लीलियम ने 2017 में टेस्ट फ्लाइट की थी और उस वक्त केवल यह टू-सीटर थी। इस टैक्सी में पायलेट के साथ 5 लोग लगैज के साथ बैठ सकते हैं। इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी किसी हेलीकॉप्टर से सस्ती होगी। इसका किराया 70 डॉलर यानी 4909 रुपए प्रति व्यक्ति होगा। वहीं मोबाइल एप के जरिए इस इस टैक्सी को बुक किया जा सकेगा।
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दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी ने भरी उड़ान, इतना होगा किराया

हाईलाइट
- पावर के लिए इस क्रॉफ्ट में 36 इलेक्ट्रिक जेट इंजन लगे हैं
- इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी की रफ्तार कार से पांच गुना तेज है
- इसका किराया 70 डॉलर यानी 4909 रुपए प्रति व्यक्ति होगा
डिजिटल डेस्क। सड़क पर कई बार अधिक ट्रैफिक की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में यदि आपकी टैक्सी या कार हवा में उड़कर आपको गंतव्य स्थान तक पहुंचा दे तो शायद आपकी परेशानी खत्म हो जाएगी। यह सपना जल्द ही पूरा होगा, हाल ही में जर्मन स्टार्टअप लीलियम ने पहली इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी की उड़ान से इस बात के संकेत दे दिए हैं कि आने वाला समय फ्लाइंग टैक्सी का है।
आपको बता दें कि दुनियाभर की एविएशन कंपनियां ड्रोन जैसी फ्लाइंग कार बाजार में लाने की तैयारी कर रही हैं, इनमें वोलोकॉप्टर, उबर, एयरबस, लीलियम, एरोमोबिल, किटी हॉक शामिल हैं। इनमें से लीलियम ऐसी कंपनी बन गई है, जिसने पहली इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी बनाई है। कंपनी ने इसका वर्टिकल टेकऑफ किया और पैसेंजर जेट की तरह लैंडिंग भी की।


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जर्मन स्टार्टअप लीलियम 5 सीटर एयरक्राफ्ट की पूरी फ्लीट बनाना चाहती है, जो पायलेट और ड्रोन मोड दोनों तरह से चलाई जा सकती है। कंपनी के दावे को मानें तो 2025 तक दुनियाभर के कई शहरों में इसका संचालन शुरू कर देगी। आपको बता दें कि ये इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी कार से पांच गुना तेज रफ्तार वाली होगी और एक बाइक से कम आवाज करेगी। यह पे-पर-राइड सर्विस होगी, जो पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त होगी।

कंपनी के अनुसार यह कार 300 किमी प्रति घंटा की स्पीड से 300 किमी (186 मील) की दूरी तय कर सकती है। पावर के लिए इस क्रॉफ्ट में 36 इलेक्ट्रिक जेट इंजन लगे हैं, जो टेक-ऑफ करने के बाद स्टैंडर्ड प्लेन की तरह घूमना शुरू कर देते हैं। हेलीकॉप्टर टेक्नोलॉजी पर बेस्ड यह मल्टी रोटर ड्रोन केवल 2000 हॉर्स पावर का केवल 10 प्रतिशत ही ऊर्जा खर्च करता है, जिससे यह 10 गुना दूरी तय कर लेता है।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।