बायोचार: कृषि और पर्यावरण के लिए वरदान बन रहा है बायोर्गेनो का यह अनोखा उत्पाद

आधुनिक कृषि और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के बीच बायोचार एक कारगर समाधान के रूप में उभर रहा है। यह न सिर्फ मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने का काम करता है, बल्कि वायुमंडल से कार्बन उत्सर्जन कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बायोर्गेनो जैसी कंपनियां इस टिकाऊ तकनीक को बढ़ावा देकर कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने का काम कर रही हैं।
क्या है बायोचार? समझें इसके मूल सिद्धांत
बायोचार (Biochar) एक प्रकार का चारकोल है, जिसे कार्बन युक्त जैविक पदार्थ जैसे कि लकड़ी, फसल अवशेष, खाद और अन्य कृषि अपशिष्टों से एक विशेष प्रक्रिया द्वारा बनाया जाता है。इस प्रक्रिया को पायरोलिसिस कहा जाता है, जो लगभग 350 से 900 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर बिना ऑक्सीजन के की जाती है。इस दौरान बायोमास, बायोचार, बायोऑयल और सिंथेटिक गैस में परिवर्तित हो जाता है।
बायोचार की खासियत है इसकी स्थिरता। इसे बनाने वाला कार्बन हजारों सालों तक मिट्टी में स्थिर रह सकता है और इस तरह वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को स्थायी रूप से अलग करने का काम करता है。अनुसंधान बताते हैं कि बायोचार मिट्टी के मूल कार्बन के 64.9% से 68.8% तक स्थिर होने में मदद कर सकता है
बायोचार के अनगिनत फायदे: कृषि से लेकर पर्यावरण तक
बायोचार सिर्फ कार्बन को ही स्थिर नहीं करता, बल्कि इसके कृषि, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण के लिए कई लाभ हैं।
1. मिट्टी की सेहत में सुधार
बायोचार मिट्टी के भौतिक और रासायनिक गुणों में सुधार लाता है。इसकी छिद्रपूर्ण संरचना मिट्टी की जल धारण क्षमता और हवा के संचार को बेहतर बनाती है。यह पोषक तत्वों के रिसाव को रोकता है और उन्हें धीरे-धीरे पौधों को उपलब्ध कराता है, जिससे उर्वरकों की आवश्यकता कम हो जाती है。
2. पैदावार में वृद्धि
स्वस्थ मिट्टी का सीधा असर फसल की पैदावार पर पड़ता है। बायोचार युक्त मिट्टी में फसलों का विकास बेहतर होता है। एक शोध के मुताबिक, बायोचार के इस्तेमाल से सूरजमुखी, गेहूं और मक्का जैसी फसलों की पैदावार निम्न गुणवत्ता वाली मिट्टी में भी दोगुनी तक हो सकती है。
3. जलवायु परिवर्तन से मुकाबला
बायोचार ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने में मददगार है。यह कार्बन को वायुमंडल में जाने से रोककर सैकड़ों-हजारों सालों तक मिट्टी में संग्रहीत रखता है。इसके अलावा, यह मिट्टी से होने वाले नाइट्रस ऑक्साइड (एक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस) के उत्सर्जन को भी कम करता है।
4. आर्थिक लाभ
बायोचार बनाने की प्रक्रिया में निकलने वाली अतिरिक्त गर्मी को बिजली उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जिससे ऊर्जा लागत कम होती है。साथ ही, कार्बन क्रेडिट बेचकर अतिरिक्त आमदनी का जरिया भी बनाया जा सकता है。बायोचार कार्बन क्रेडिट की मांग पिछले दो सालों में हर साल दोगुनी हुई है और इसकी कीमत 100 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन से भी अधिक है
बायोचार के विविध उपयोग: खेत से बाहर भी
उपयोग के क्षेत्र विवरण / तरीका
कृषि में सीधा प्रयोग : मिट्टी में मिलाकर; पोषक तत्वों की availability बढ़ाने, जल धारण क्षमता सुधारने
खाद के साथ मिश्रण : बायोचार को खाद में मिलाकर 'को-कम्पोस्टेड बायोचार' बनाया जाता है, जो अधिक शक्तिशाली होता है
पशु आहार के रूप में : बारीक पिसे बायोचार को पशुओं के चारे में मिलाया जाता है, जो पाचन में सहायक होता है
जल शोधन में : बायोचार से भरे फिल्टर तूफानी पानी और कृषि अपवाह से भारी धातुओं और प्रदूषकों को छानने में सक्षम
गंध नियंत्रण के लिए : पशु बिस्तर में मिलाने पर यह अमोनिया जैसी गंध को सोख लेता है
निष्कर्ष: टिकाऊ भविष्य की ओर एक सशक्त कदम
बायोचार केवल एक कृषि उत्पाद नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास का एक महत्वपूर्ण साधन है। बायोर्गेनो जैसी कंपनियां इसके व्यापक प्रसार के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं। यह तकनीक किसानों की आय बढ़ाने, फसल उत्पादन सुधारने और पृथ्वी को हरित-भरित बनाने की दिशा में एक बेहतरीन समाधान प्रस्तुत करती है। बायोचार कृषि और पर्यावरण के बीच के अंतर को पाटता एक ऐसी तकनीक है, जो आने वाले समय में देश और दुनिया की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा सकती है।
Created On :   29 Oct 2025 2:25 PM IST










