नोटबंदी के बाद फर्जीवाड़ा, अब तक 460 बैंक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले साल 8 नवंबर को हुई नोटबंदी के बाद से अब तक कई बैंक फर्जीवाड़ों का खुलासा हुआ है। इन मामलों में अब तक 460 बैंक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इन फर्जीवाड़ों में भारतीय रिजर्व बैंक समेत कई निजी बैंकों का नाम भी सामने आया है। नोटबंदी के बाद से अब तक यह संपूर्ण कार्रवाई केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) और CBI द्वारा की गई है। इसी के तहत यह आंकड़े सामने आए हैं।
गुरुवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सतर्कता आयुक्त टीएम भसीन ने बताया कि नोटबंदी के बाद कथित गड़बड़ियां करने के आरोप में कुछ निजी बैंकों और भारतीय रिजर्व बैंक समेत करीब 460 बैंक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। भसीन ने कहा है कि पहली बार निजी क्षेत्र के बैंकों और रिजर्व बैंक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि CVC ने भ्रष्टाचार की ऐसी सभी शिकायतों पर कार्रवाई की और आवश्यक कदम उठाए।
सम्मेलन में बैंक अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों पर केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में भी कई सारे सवाल पूछे गए। इसका जवाब देते हुए भसीन ने बताया है कि CBI ने भी नोटबंदी लागू होने के बाद भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप में बैंक अधिकारियों के खिलाफ करीब 30 मामले दर्ज किए हैं। CVC में भी कई शिकायतें दर्ज हुई हैं और सभी पर जांच जारी है। आयोग के अनुसार 2016 में उसे इस तरह की 51,207- 2015 में 32,149- 2014 में 64,410 और 2013 में 35,332 शिकायतें मिली थीं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत वर्ष 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। सरकार ने उन नोटों को निर्धारित समय में बैंकों में जमा कराने या बदलने का मौका दिया था। CVC ने बताया कि इस साल जनवरी से सितंबर के बीच उसे सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार की कुल 20,943 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इनमें से 17,420 शिकायतों का निपटारा कर दिया गया है। सिर्फ 96 शिकायतों को ही मुख्य सतर्कता अधिकारियों के पास जांच के लिए भेजा गया है।
Created On :   27 Oct 2017 12:22 AM IST