PETA के ऐतराज बाद अब टीवी विज्ञापन में नजर नहीं आयेंगे 'छोटे कुत्ते'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आपने टीवी पर कई बार वोडाफोन की ऐडवरटीजमेंट देखी होगी। उसमें नजर आने वाले छोटे-छोटे ब्राउन कलर के पग (कुत्तों) को देख मन खुश हुआ होगा। इन नन्हें से पपीज को पूरी ऐड में यहां से वहां घूमते-फिरते देखने के लिए आपने कई चैनल चेंज नहीं किया होगा, लेकिन अब आपके मन को खुश करने वाले ये पग, पपीज टीवी पर नजर नहीं आएंगे। दरसअल अब वोडाफोन के प्रचार के लिए प्रसारित किया जाने वाला "छोटे कुत्तों" का ऐड नहीं दिखाया जाएगा। इसका कारण ये है कि जानवरों के अधिकार की बात करने वाला अंतरराष्ट्रीय संगठन पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स "PETA" ने इस विज्ञापन के प्रसारण पर ऐतराज जताया है।
शारीरिक रूप से तकलीफों का दिया हवाला
पशु अधिकार संगठन PETA ने बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन से अपील की है कि वो अपने विज्ञापन में छोटे कुत्तों का इस्तेमाल नहीं करे, क्योंकि क्यूटनेस की अवधारणा में सही साबित होने के लिए इन्हें शारीरिक रूप से तकलीफों का सामना करना पड़ता है।
PETA भारत ने दावा किया कि वोडाफोन ने भारत में इस नस्ल के कुत्ते का प्रचार किया और भारत में पालतू पशुओं को रखने वाले स्टोर मालिक इस कदर धन कमाने के चक्कर में आ जाते हैं कि वो मादा को तब तक बच्चे पैदा करने को मजबूत करते हैं, जब तक उसका शरीर खत्म न हो जाए। सोमवार को कंपनी को भेजे गए एक पत्र में पेटा ने मांग की है कि वोडाफोन अपने विज्ञापन में छोटे कुत्तों या किसी भी अन्य जानवर का इस्तेमाल बंद करे।
अपने विज्ञापन में हच-एस्सार करती थी छोटे कुत्ते का इस्तेमाल
आपको बता दें कि वोडाफोन इंडिया से पहले हच-एस्सार छोटे कुत्ते का इस्तेमाल अपने विज्ञापन में करती थी, जिसके बाद भारत में वोडाफोन ने हच-एस्सार का अधिग्रहण किया और इसी कुत्ते का इस्तेमाल अपने विज्ञापनों में करने लगी। वोडाफोन छोटे कुत्ते के अलावा जू-जू का इस्तेमाल भी अपने विज्ञापन में करता है। फिलहाल पेटा के इस आवाह्न के बाद वोडाफोन के विज्ञापन में कुत्ता नजर नहीं आएगा।
Created On :   5 April 2018 1:45 PM IST