2020 में चीनी विनिर्माण शक्ति विकास सूचकांक में बड़ा इजाफा
- चीन ने पूरी दुनिया के प्रमुख देशों के निर्माण शक्ति विकास सूचकांक में सबसे बड़ी वृद्धि हासिल की
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। 2021 चीनी विनिर्माण शक्ति विकास सूचकांक रिपोर्ट 29 दिसंबर को जारी की गयी। इस रिपोर्ट के अनुसार चीन में विनिर्माण शक्ति की निर्माण प्रक्रिया को निरंतर बढ़ाया गया है। वर्ष 2020 में चीनी विनिर्माण शक्ति विकास सूचकांक 116.02 अंक तक पहुंचा, जिसमें वर्ष 2019 की तुलना में 5.18 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस तरह चीन ने पूरी दुनिया के प्रमुख देशों के निर्माण शक्ति विकास सूचकांक में सबसे बड़ी वृद्धि हासिल की।
इस रिपोर्ट में वर्ष 2020 में दुनिया के प्रमुख देशों के निर्माण शक्ति विकास सूचकांक में हुए बदलावों का विश्लेषण और व्याख्या की गयी है। इस रिपोर्ट को चीनी इंजीनियरिंग अकादमी के सामरिक परामर्श केंद्र, चीनी यांत्रिक विज्ञान अकादमी और चीनी राष्ट्रीय औद्योगिक सूचना सुरक्षा विकास अनुसंधान केंद्र द्वारा संयुक्त रूप से शोधित और पूरा किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020 जटिल अंतरराष्ट्रीय वातावरण और महामारी के सामने चीनी विनिर्माण उद्योग ने एक बड़ी परीक्षा का सामना किया। इससे पूरी तरह से चीनी निर्माण प्रणाली के पूर्ण लाभों का प्रदर्शन होता है कि चीन दुनिया के प्रमुख देशों में लाभ हासिल करने वाला एकमात्र देश है। चीन में गुणवत्ता और दक्षता मूल रूप से स्थिर है, नवाचार गतिज ऊर्जा में सुधार हुआ, मजबूत नींव ने प्रारंभिक परिणाम प्राप्त किए हैं और हरित व कम-कार्बन वाला अभ्यास जोरदार हैं।
चीनी इंजीनियरिंग अकादमी के अकदमीशियन शान चोंगद ने कहा कि चीन के विनिर्माण उद्योग की प्रणाली पूरी है, जो मध्य से उच्च अंत तक विकसित हो रही है। चीन वैश्विक औद्योगिक श्रृंखला में अपने एकीकरण को तेज कर रहा है और अपनी प्रतिस्पर्धात्मक शक्ति को बढ़ाना जारी रखता है। चीन में विनिर्माण शक्ति के निर्माण को बढ़ाने के लिये राष्ट्रीय रणनीतिक वैज्ञानिक और तकनीकी ताकत को और मजबूत करने की जरूरत है।
साथ ही चीन को औद्योगिक नींव को मजबूत करना जारी रखना चाहिए। चीन को बड़े पैमाने पर एकीकृत उद्यम समूहों की स्थापना करनी चाहिये, जिनकी मुख्य प्रतिस्पर्धा मजबूत है, प्रमुख भूमिका स्पष्ट है और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव है। इसके अलावा चीन को इन कंपनियों का समूह तैयार करना चाहिये, जिन्हें उप-विभाजनों में अद्वितीय कौशल में महारत हासिल है।
चीनी इंजीनियरिंग अकादमी के अकादमीशियन जू काओफंग ने कहा कि पूवार्नुमान के परिणामों के मुताबिक, मौजूदा विकास की प्रवृत्ति के तहत अगर चीन घरेलू और विदेशी मैक्रोइकॉनॉमिक वातावरण में कोई बड़ा बदलाव न होने के आधार पर स्थापित योजना के अनुसार विनिर्माण शक्ति की रणनीति को आगे बढ़ाए, तो वर्ष 2025 तक चीन विश्व निर्माण शक्तियों की दूसरी श्रेणी में प्रवेश कर पाएगा।
बताया जाता है कि वर्ष 2015 से हर वर्ष चीन ने चीनी विनिर्माण शक्ति विकास सूचकांक रिपोर्ट जारी की। इसका उद्देश्य चीन की विनिर्माण शक्ति रणनीति के लिए मात्रात्मक संदर्भ प्रदान करना है। यह रिपोर्ट चीनी विनिर्माण उद्योग के समग्र स्तर का निष्पक्ष मूल्यांकन करने के लिए एक आधिकारिक सूचकांक बन गयी है।
आईएएनएस
Created On :   30 Dec 2021 7:30 PM IST