UCO BANK FRAUD: CBI ने यूको बैंक के पूर्व CMD समेत 5 के खिलाफ दर्ज किया केस

CBI filed a case against 5 people in UCO Bank fraud
UCO BANK FRAUD: CBI ने यूको बैंक के पूर्व CMD समेत 5 के खिलाफ दर्ज किया केस
UCO BANK FRAUD: CBI ने यूको बैंक के पूर्व CMD समेत 5 के खिलाफ दर्ज किया केस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूको बैंक में 621 करोड़ के फ्रॉड मामले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (CBI) ने 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यूको बैंक की शिकायत पर जिन अधिकारियों पर मामला दर्ज किया गया है उनमे बैंक के पूर्व सीएमडी अरुण कौल समेत 5 लोगों के नाम है। सीबीआई ने शनिवार को इस मामले में कार्रवाई करते हुए 10 लोकेशंस पर छापेमारी भी की है। जिन 10 लोकेशंस पर छापेमारी हुई है उनमें से 8 दिल्‍ली में जबकि 2 मुंबर्इ में हैं।

आपराधिक षड्यंत्र के तहत बैंक ऋण की हेराफेरी
सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा, आरोपियों ने आपराधिक षड्यंत्र के तहत बैंक ऋण की हेराफेरी करके यूको बैंक से करीब 621 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने जिस काम के लिए ऋण लिया था, उसकी जगह किसी और काम में इस राशि का इस्तेमाल किया गया। इसके साथ ही सीए की ओर से राशि इस्तेमाल के गलत प्रमाणपत्र सौंपा गया था। कारोबार के डाटा में भी हेराफेरी की गई। उन्होंने कहा, यह सारी गड़बड़िया अरुण कौल के यूको बैंक के सीएमडी रहने के दौरान हुई। 

इन लोगों पर हुआ मामला दर्ज
सीबीआई ने पूर्व सीएमडी अरुण कौल के अलावा एरा इंजीनियरिंग इंफ्रा इंडिया लिमिटेड (मेसर्स ईईआईएल), उसके सीएमडी हेम सिंह भराना, दो चार्टर्ड अकाउंटेंट पंकज जैन और वंदना शारदा, मेसर्स अलटियस फिन्सर्व प्राइवेट लिमिटेड के पवन बंसल और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कौल 2010 से 2015 के बीच यूको बैंक के सीएमडी थे। इसके बाद सरकार ने उनका कार्यकाल नहीं बढ़ाया। सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा कि कौल के यूको बैंक के सीएडी रहते कई अनियमितताएं हुई।

PNB फ्रॉड का नुकसान UCO को भी
बता दें कि बीते दिनों पंजाब नेशनल बैंक में सामने आए 12600 करोड़ के घोटाले का नुकसान यूको बैंक को भी हुआ है। यूको बैंक ने बताया था कि पीएनबी घोटाले में उसके भी 41.18 करोड़ डॉलर यानी करीब 2,636 करोड़ रुपये फंसे हैं। बैंक ने बताया कि पीएनबी ओर से जारी कि‍ए गए लैटर ऑफ क्रेडिट के आधार पर यूको बैंक की हांगकांग ब्रांच एक्‍सपोर्ट डॉक्‍युमेंट पर नेगोशि‍एट कर रही थी। इन लैटर ऑफ क्रेडि‍ट के आवेदकों में से कुछ कॉरपोरेट क्‍लाइंट पीएनबी के घोटाले से भी जुड़े हैं।

क्या है PNB घोटाला?
पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई स्थित ब्रांच में 12,600 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था। बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया गया। घोटाले की शुरुआत साल 2011 में हुई थी और पिछले 7 सालों में हजारों करोड़ रुपए के फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOUs) के जरिए ये रकम निकाली गई। घोटाला मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में हुआ। 2011 से 2018 के बीच हजारों करोड़ की रकम 297 फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई।  

Created On :   14 April 2018 9:10 PM IST

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