एयरसेल-मैक्सिस केस: चिदंबरम सहित 18 आरोपियों के खिलाफ CBI ने दाखिल की चार्जशीट
- एयरसेल-मैक्सिस मामले में पी. चिदंबरम उनके बेटे कार्ति सहित 18 आरोपियों के खिलाफ सीबीआई की चार्जशीट।
- चार्जशीट में 11 व्यक्तियों और 7 कंपनियों का नाम शामिल है।
- सीबीआई ने सभी 18 लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया है ।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एयरसेल-मैक्सिस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम उनके बेटे कार्ति सहित 18 आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने गुरुवार को फ्रेस चार्जशीट दायर की है। चार्जशीट में 11 व्यक्तियों और 7 कंपनियों का नाम शामिल है। सीबीआई ने सभी 18 लोगों को इस मामले में आरोपी बनाया है और इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी और पीसी एक्ट की धारा 7,12 13(2) के तहत मामला दर्ज किया है। विशेष सीबीआई न्यायाधीश ओपी सैनी की पटियाला हाउस कोर्ट में ये चार्जशीट दायर की गई। पटियाला कोर्ट 31 जुलाई को इस मामले की सुनवाई करेगी।
#CORRECTION: Central Bureau of Investigation (CBI) files fresh charge sheet in Aircel Maxis case Delhi"s Patiala House Court against 18 accused including P Chidambaram and Karti Chidambaram. https://t.co/P2MejxUipw
— ANI (@ANI) July 19, 2018
सीबीआई पर दबाव बनाया गया
सीबीआई ने अपनी नई चार्जशीट जिन 18 लोगों के खिलाफ दाखिल की है उसमें कार्यरत और रिटायर्ड सरकारी अधिकारियों के भी नाम है। सीबीआई ने चार्जशीट में कहा है कि फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड क्लियरेंस से जुड़े पैसों के दो बार लेन-देन किए जाने की बात सामने आई है। चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए कहा कि चार्जशीट फाइल करने के लिए सीबीआई पर दबाव बनाया गया। यह मामला अब कोर्ट में है और कोर्ट में ही इस मुद्दे को उठाया जाएगा। इस बारे में मैं सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहूंगा।
Aircel Maxis case: CBI says in its new chargesheet that two sets of money trails were discovered regarding Foreign Investment Promotion Board clearance. Patiala House Court to take cognizance on July 31. Some govt officials, both serving retired, have been named in charge sheet
— ANI (@ANI) July 19, 2018
CBI has been pressured to file a charge sheet to support a preposterous allegation against me and officers with a sterling reputation. The case is now before the Hon"ble Court and it will be contested vigorously. I shall make no more public comment.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 19, 2018
सरकार से यहीं अपेक्षा- कपिल सिब्बल
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि आप इस सरकार और सीबीआई से क्या अपेक्षा कर सकते हैं। सीबीआई की यह नई चार्जशीट भी अन्य आरोपपत्रों की तरह ही होगी। याद रखें कि 2-जी मामले में क्या हुआ, सभी दोषमुक्त हुए। वही बात यहां होगी।
What do you expect from this government the CBI. It"ll meet the same fate as other chargesheets of the CBI. Remember what happened to the 2G case, it all resulted in acquittement. Same thing will happen here: Kapil Sibal on P Chidambaram listed an accused in Aircel Maxis Case pic.twitter.com/HCjbvuwhQ5
— ANI (@ANI) July 19, 2018
क्या है एयरसेल-मैक्सिस डील?
पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को साल 2006 में एयरसेल-मैक्सिस डील के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी मिली थी। यह मंजूरी कार्ति चिदंबरम ने कैसे हासिल की, इसी बात की जांच CBI और ED कर रहे हैं। इसमें कार्ति के साथ-साथ पी. चिदंबरम को भी आरोपों के घेरे में लिया गया है। पी. चिदंबरम पर आरोप है कि एयरसेल-मैक्सिस डील को उन्होंने कैबिनेट कमेटी की मंजूरी के बगैर ही हरी झंडी दे दी थी। यह पूरी डील करीब 3500 करोड़ रुपए की थी। अपने बेटे कार्ति चिदंबरम को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से चिदंबरम ने एफआईपीबी की फाइल को मंजूर किया था।
Created On :   19 July 2018 2:07 PM GMT