चीन ने पाक को अफगानिस्तान से लगी 5 प्रमुख सीमाएं खोलने को कहा
इस्लामाबाद, 25 अगस्त (आईएएनएस)। जहां तालिबान और अफगानिस्तान सरकार के बीच शांति वार्ता के लिए मार्ग प्रशस्त किए जा रहे हैं, वहीं चीन ने भारत में अफगान निर्यात के द्विपक्षीय और पारगमन व्यापार के लिए पाकिस्तान से अफगानिस्तान के साथ लगने वाली अपनी पांच प्रमुख सीमाओं को खोलने के लिए कहा।
यह तालिबान प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता के शीर्ष एजेंडा में से एक होने जा रहा है, जो इस्लामाबाद में अपने प्रवास के दौरान शांति वार्ता की प्रगति और आगे बढ़ने पर चर्चा करने के लिए पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ बैठक करेगा।
अफगानिस्तान अपने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए पाकिस्तानी मार्गों और बंदरगाहों पर निर्भर है। दोनों देश कम से कम 18 क्रॉसिंग पॉइंट साझा करते हैं, जबकि आमतौर पर उत्तरपश्चिम पाकिस्तान के तोरखम और दक्षिणपश्चिम पाकिस्तान के चमन का इस्तेमाल होता है।
विश्लेषक मानते हैं कि पांच प्रमुख क्रॉसिंग पॉइंट खोलने के इस्लामाबाद का हालिया कदम चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी ) को अफगानिस्तान तक बढ़ाने के चीन के प्रयासों का परिणाम है।
हाल ही में, पाकिस्तान ने तोरखम, चमन, गुलाम खान, अंगूर अडा और खारलाची बॉर्डर क्रॉसिंग पॉइंट को फिर से खोल दिया है, जो अब सप्ताह में कम से कम छह दिन और चौबीसों घंटे संचालित हो रहे हैं।
पाकिस्तान सरकार के सूत्रों ने पुष्टि की है कि तोरखम और चमन बॉर्डर के अलावा तीन अन्य सीमाओं को खोलने का फैसला चीन-अफगानिस्तान-पाकिस्तान त्रिपक्षीय उप विदेश मंत्री रणनीतिक वार्ता में किया गया, जो काबुल और इस्लामाबाद के बीच तनाव को कम करने के लिए आयोजित किया गया था।
पाकिस्तान ने भारत के साथ चल रहे तनातनी के बावजूद जुलाई में घोषणा की थी कि वह पूर्वी वाघा बॉर्डर क्रॉसिंग के माध्यम से भारत को अफगान निर्यात फिर से शुरू करेगा, जिसका उद्देश्य अफगानिस्तान के पारगमन व्यापार को सुगम बनाना है।
पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने कहा, इस कदम के साथ, पाकिस्तान ने पाकिस्तान-अफगानिस्तान पारगमन व्यापार समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है।
पाकिस्तान द्वारा नए व्यापारिक मार्गों को खोलने की वैश्विक शक्तियों द्वारा सराहना की जा रही है, क्योंकि विश्व बैंक ने पेशावर और तोरखम के बीच 48 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे खैबर दर्रा आर्थिक गलियारे को मंजूरी देने के लिए इस्लामाबाद को 46.06 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता की पेशकश की है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, चीन, अफगानिस्तान तक सीपीईसी विस्तार का समर्थन करता है, ताकि अफगान लोग बीआरआई (बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव) से लाभान्वित हो सकें।
वीएवी/एसजीके
Created On :   25 Aug 2020 8:01 PM IST