चीनी अर्थव्यवस्था दोहरे चक्र के रास्ते पर चलेगी
बीजिंग, 3 अगस्त (आईएएनएस)। चीनी वाणिज्य मंत्रालय के एक हालिया सर्वे के परिणाम से जाहिर है कि चीन स्थित 99.1 प्रतिशत विदेशी पूंजी वाले उद्यम चीन में कारोबार बरकरार रखेंगे। हाल ही में चीन की सत्तारूढ़ पार्टी सीपीसी केंद्रीय कमेटी के पोलित ब्यूरो ने एक बैठक में बल दिया कि चीन ऐसे विकास की नयी स्थिति की तैयारी में तेजी लाएगा, जिसमें घरेलू आर्थिक चक्र प्रधान होगा और घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय आर्थिक चक्र एक दूसरे को बढ़ावा देगा। दोहरे चक्र से विकास की गति तेज होगी।
ताजा आंकड़ों के अनुसार इस जुलाई में चीन की पीएमआई 51.1 प्रतिशत थी, जो लगातार पांच महीने तक 50 प्रतिशत के ऊपर रही। इस से जाहिर है कि चीनी अर्थव्यवस्था निरंतर बहाल हो रही है।
क्वालकॉम और बोल्स्टन कंसल्टिंग ग्रुप समेत दस विदेशी उद्यमों के प्रमुखों ने स्पष्ट कहा कि वे चीनी आर्थिक विकास के भविष्य के प्रति आशावान हैं। कोविड-19 महामारी के प्रहार के बावजूद विदेशी उद्यम चीनी अर्थव्यवस्था पर पूरा विश्वास क्यों रखते हैं। इस का मुख्य कारण न सिर्फ चीनी अर्थव्यवस्था का लचीलापन और संभावनाएं हैं, बल्कि चीनी अर्थव्यवस्था निरंतर विकास के दायरे का विस्तार कर रही है ।
विकास के दोहरे चक्र में घरेलू चक्र का प्रधान होने का अर्थ है कि चीन भावी विकास में घरेलू पक्ष पर अधिक ध्यान देगा और निरंतर घरेलू मांग का विस्तार करेगा। वर्तमान में विश्व अर्थव्यवस्था मंदी से गुजर रही है और संरक्षणवाद भी बढ़ रहा है। घरेलू चक्र का प्रधान होने से बाहरी खतरे व चुनौती के निपटारे के लिए मददगार होगा ।
उल्लेखनीय है कि घरेलू चक्र पर बल देने से यह अर्थ नहीं है कि देश का द्वार बंद करना। इसके विपरीत घरेलू मांग की संभावनाएं पूरी करने से घरेलू बाजार और अंतरराष्ट्रीय बाजार का संपर्क अधिक घनिष्ठ होगा, जो दोनों बजार और दोनों संसाधन के लिए लाभदायक होगा। इस तरह चीन की खुली अर्थव्यवस्था का गुणवत्ता वाला विकास होगा और वैश्विक व्यावसायिक श्रृंखला स्थिर होगी ।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
-- आईएएनएस
Created On :   3 Aug 2020 7:30 PM IST