ईईएसएल की 5 हजार करोड़ रुपये के आईपीओ की योजना (आईएएनएस एक्सक्लूसिव)
नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। कोविड-19 के प्रकोप के कारण लटकी विद्युत पीएसयू के संयुक्त उद्यम ईईएसएल की लिंस्टिंग प्रक्रिया अब मौजूदा वित्त वर्ष के अंत में या अगले वित्त वर्ष के प्रारंभ में शुरू हो सकती है।
इस सुपर-इनर्जी सर्विस कंपनी का गठन एनटीपीसी, पीएफसी, आरईसी और पॉवरग्रिड सहित अन्य विद्युत पीएसयू के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में किया गया है और यह उपभोक्ताओं, उद्योगों और सरकारों को सक्षम प्रौद्योगिकी के जरिए अपनी ऊर्जा जरूरतों का प्रभावी प्रबंधन करने में सक्षम बनाता है।
ईईएसएल के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार ने आईएएनएस से कहा कि कंपनी की 5,000 करोड़ रुपये के आईपीओ की योजना अभी भी टेबल पर है।
कुमार ने कहा, सूचीबद्ध होने की कंपनी की योजना अभी भी बरकरार है, लेकिन मौजूदा परिदृश्य (कोविड-19) और बाजार पर इसके प्रभाव के कारण स्थिति सामान्य होने के बाद हम इस पर वापस लौटेंगे।
उन्होंने कहा, यह मौजूदा वित्त वर्ष के अंत में या फिर अगले वित्त वर्ष के प्रारंभ में हो सकता है। लेकिन योजना निश्चित रूप से टेबल पर है। आईपीओ का मूल्यांकन अभी भी 5,000 करोड़ रुपये है।
मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान कंपनी के पूंजी व्यय के संदर्भ में कुमार ने कहा, हमारा अनुमान 5,000 करोड़ रुपये पूंजी व्यय का है, जिसमें से 1,000 करोड़ रुपये के इक्वि टी की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा, हमने अपने प्रमोटर्स से कुछ उपलब्ध कराने के लिए पहले ही कह दिया है और हमने स्मार्ट मीटर्स के लिए एक एसपीवी भी बनाया है। स्मार्ट मीटर्स के सभी निवेश में से 50 प्रतिशत ईईएसएल से और बाकी एनआईआईएफ (नेशनल इनवेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्च र फंड) से आएगा।
स्मार्ट मीटर कैटेगरी कंपनी का एक सबसे तेजी से बढ़ रहा सेगमेंट है। विभिन्न राज्यों ने अपने यहां बड़े पैमाने पर स्मार्ट मीटर लगाने में रुचि दिखाई है।
कुमार ने कहा, राजस्थान, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों ने स्मार्ट मीटर पर हमारे से चर्चा शुरू की है। हम वित्त वर्ष 21 में 30 लाख स्मार्ट मीटर लगाने की आशा करते हैं।
Created On :   17 Jun 2020 6:30 PM IST