कस्टम ड्यूटी बढ़ने पर वित्त मंत्रालय के अधिकारी बोले- आम जनता पर नहीं पड़ेगा प्रभाव
- केंद्र सरकार ने बुधवार को 19 आइटम्स पर बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी 2.5 से 10 परसेंट तक बढ़ाने का ऐलान किया था।
- वित्त मंत्रालय के एक टॉप अधिकारी ने कहा कि बेसिक इंपोर्ट ड्यूटी के बढ़ने से एसी
- फ्रिज जैसे कंज्यूमर ड्यूरेबल आइटम्स महंगे नहीं होंगे।
- सरकार के इस फैसले के बाद अब विदेशों से आने वाले ये आइटम्स महंगे हो जाएंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने बुधवार को 19 आइटम्स पर बेसिक कस्टम ड्यूटी 2.5 से 10 परसेंट तक बढ़ाने का ऐलान किया था। सरकार के इस फैसले के बाद अब विदेशों से आने वाले ये आइटम्स महंगे हो जाएंगे। हालांकि वित्त मंत्रालय के एक टॉप अधिकारी ने गुरुवार को बताया है कि बेसिक कस्टम ड्यूटी के बढ़ने से एसी, फ्रिज जैसे कंज्यूमर ड्यूरेबल आइटम्स महंगे नहीं होंगे। अधिकारी ने कहा, केवल कस्टमेड लग्जरी आइटम्स महंगे होंगे। भारत में बने उत्पादों पर इसका फर्क नहीं पड़ेगा।
जिन 19 आइटम्स पर बेसिक कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है उनमें एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) भी शामिल है। इस पर 5 फीसदी कस्टम ड्यूटी लगाई गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि एयरलाइन की ऑपरेटिंग कॉस्ट पर इसका असर पड़ेगा। वित्त मंत्रालय के टॉप अधिकारी ने कहा, इसका असर डोमेस्टिक एयरलाइन्स और उनकी ऑपरेशनल कॉस्ट पर नहीं पड़ेगा क्योंकि हम ATF को एक्सपोर्ट करते हैं। केवल व्यापार संतुलन के लिए कस्टम ड्यूटी में कटौती की जाती है।
क्रूड प्राइज को लेकर टॉप अधिकारी ने कहा, हम इसे लेकर चिंतित नहीं है। हमारी अर्थव्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहेगी। हमारी विकास दर मजबूत होगी। हम तेल की खपत को कम कर रहे हैं।
बता दें कि केंद्र सरकार ने जिन आइटम्स पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई है उनमें टीवी, वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर, AC, ज्वैलरी समेत कई घरेलू उपयोग के सामान हैं। 2017-18 में इन आइटम्स के इम्पोर्ट का कुल मूल्य 86,000 करोड़ रुपये था।
किस आइटम पर कितनी ड्यूटी?
- वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर्स, एयर कंडीशनर्स के आयात पर बेसिक कस्टम ड्यूटी 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दी गई।
- एयर कंडीशनर्स/फ्रिज के कंप्रेसर्स पर कस्टम ड्यूटी को 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर दी गई है।
- सोने-चांदी की कस्टमेड ज्वैलरी पर कस्टम ड्यूटी 15 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दी गई है।
- आर्टीफिशियल डायमंड्स पर कस्टम ड्यूटी 5 फीसदी से बढ़ाकर 7.50 फीसदी कर दी गई है।
- प्लास्टिक किचनवेयर पर कस्टम ड्यूटी 10 से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दी गई है।
- ट्रैवल बैग, सूटकेस पर कस्टम ड्यूटी 10 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी की गई है।
- स्पीकर्स पर कस्टम ड्यूटी 10 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दी गई।
- फुटवियर पर कस्टम ड्यूटी 20 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दी गई है।
- रेडियल कार टायर्स पर कस्टम ड्यूटी 10 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दी।
- इसके अलावा सरकार ने एविएशन टरबाइन फ्यूल पर 5 फीसदी कस्टम ड्यूटी लगा दी है
क्या है कस्टम ड्यूटी बढ़ाने की वजह?
माना जा रहा है कि डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर हो रहे रुपए को देखते हुए सरकार ने ये फैसला लिया है। भारत सरकार ने चालू खाता घाटे को नियंत्रण में रखने के लिए विदेशों से खरीदे जानेवाले कुछ गैर-जरूरी सामानों के आयात रोकने की रणनीति के तहत इन पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का ऐलान किया है। इस फैसले से जहां गैर-जरूरी सामानों का आयात रुकेगा और डॉलर की खपत कम होगी, वहीं मेक इन इंडिया अभियान को भी बढ़ावा मिलेगा।
Created On :   27 Sep 2018 4:35 PM GMT