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Fuel Price: डीजल की कीमतों में आई गिरावट, पेट्रोल की कीमत स्थिर

हाईलाइट
- दिल्ली और कोलकाता में डीजल 10 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ
- मुंबई और चेन्नई में डीजल की कीमतों में 11 पैसे की कटौती
- इससे पहले लगातार दो दिनों तक पेट्रोल डीजल की कीमत स्थिर रही
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दो दिनों की स्थिरता के बाद आज शुक्रवार को गिरावट देखने को मिली है। भारतीय तेल विपणन कंपनियों ने शुक्रवार (18 अक्टूबर) सुबह डीजल के रेट में कटौती कर दी है। दिल्ली और कोलकाता में जहां डीजल 10 पैसे प्रति लीटर सस्ता हुआ है। वहीं मुंबई और चेन्नई में डीजल की कीमतों में 11 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है।
आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमजोरी आने के चलते पेट्रोल और डीजल सस्ता हुआ है। इससे पहले मंगलवार (15 अक्टूबर) को पेट्रोल और डीजल के रेट में 5 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई थी। क्या हैं आज देश के महानगरों में पेट्रोल- डीजल की कीमत, आइए जानते हैं...
पेट्रोल के दाम
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 73.27 रुपए प्रति लीटर के स्तर पर बनी हुई है। वहीं मुंबई में पेट्रोल 78.88 रुपए प्रति लीटर बेचा जा रहा है। कोलकाता में पेट्रोल का रेट 75.92 रुपए प्रति लीटर के स्तर पर है। जबकि चेन्नई में पेट्रोल का दाम 76.09 रुपए प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गया है।
डीजल के दाम
बात करें डीजल की तो यह दिल्ली में डीजल के दाम 66.31 रुपए प्रति लीटर है। वहीं मुंबई में 69.50 रुपए प्रति लीटर है। इसी तरह कोलकाता में डीजल 68.67 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया है। जबकि चैन्नई में डीजल की कीमत 70.04 रुपए प्रति लीटर हो गई है।
कच्चे तेल की कीमतें
विदेशी बाजार में शुक्रवार को कच्चे तेल में लाल निशान में कारोबार हो रहा है। डब्ल्यूटीआई और ब्रेंट क्रूड क्रमश: 54 डॉलर प्रति बैरल के नीचे और 59.50 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार दर्ज किया गया। बता दें कि गुरुवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर कच्चा तेल अक्टूबर वायदा में 8 रुपए की नरमी के साथ 3,810 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।