संकट में जियोनी कंपनी, चेयरमैन लियू लिरॉन ने जुए में हारे 10 अरब रुपये

Gionee chairman Liu Liron lost about $ 144 million in a US casino
संकट में जियोनी कंपनी, चेयरमैन लियू लिरॉन ने जुए में हारे 10 अरब रुपये
संकट में जियोनी कंपनी, चेयरमैन लियू लिरॉन ने जुए में हारे 10 अरब रुपये
हाईलाइट
  • लियू लिरॉन्ग अमेरिका के सैपान स्थित एक कसीनो में जुआ खेलते वक्त 10 अरब यूआन यानी (1 खरब रुपये) हार गए।
  • एक चीनी वेबसाइट जेइमियन ने दावा किया है कि कंपनी के चेयरमैन लियू लिरॉन की जुए की आदत के कारण कंपनी मुश्किलों में फंस गई है।
  • चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी जियोनी पर गहराया संकट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी जियोनी भले ही मार्केट में हुवावे,ओप्पो,वीवो और शियोमी की तरह पॉपुलैरिटी हासिल न कर पाई हो लेकिन इसे एक बड़े ब्रांड की तरह जाना जाता है। अब ये कंपनी और भी बुरे दौर से गुजर रही है। खबर है कि जियोनी दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गई है। इसके पीछे की वजह जुआ है। एक चीनी वेबसाइट जेइमियन ने दावा किया है कि कंपनी के चेयरमैन लियू लिरॉन की जुए की आदत के कारण कंपनी मुश्किलों में फंस गई है। बताया जा रहा है कि लियू लिरॉन्ग अमेरिका के सैपान स्थित एक कसीनो में जुआ खेलते वक्त 10 अरब यूआन यानी हार गए। एंड्रॉयड अथॉरिटी के मुताबिक बाद में चेयरमैन ने खुद माना कि वे एक अरब यूआन से ज्यादा (10 अरब रुपये) राशि जुए में हार गए। हालांकि कंपनी के बैंकरप्ट होने की खबर फिलहाल आधिकारिक नहीं है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी सप्लायर्स का भुगतान न कर पाने के अलावा विभिन्न डील्स पर काम करने के बारे में सोच रही है. जेमियन की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 20 सप्लायर्स ने 20 नवंबर को जिनली टू शेनजेन इंटरमीडिएट पीपल्स कोर्ट में दिवालियापन की अर्जी दायर की है।दिलचस्प बात है कि लिरॉन ने दावा किया कि उन्होंने जुआ खेलने के लिए जियोनी के पैसे का इस्तेमाल नहीं किया, लेकिन माना कि उन्होंने शायद कंपनी के फंड से पैसा लिया हो।

बता दें कि Lirong ने सिक्योरिटीज टाइम्स को बताया कि वे एक अरब युआन हारे हैं। Lirong ने यह भी दावा किया कि उन्होंने जुए के लिए जियोनी के कैश का गलत इस्तेमाल नहीं किया लेकिन यह कहा कि उन्होंने कंपनी से फंड जरूर उधार लिया है। काउंटरप्वॉइंट के रिसर्च के अनुसार 2017 के पहले तिमाही में जब जियोनी ने सेल्फी फोकस्ड कैमरे के साथ एंट्री की थी तब भारतीय बाजार में इसका 4.6 पर्सेंट शेयर था।15 से 30 हज़ार के प्राइस ब्रैकेट में बेचने वाली कंपनी में जियोनी पांच टॉप ब्रांड्स में से एक रही। इसके बाद 2018 के दूसरे तिमाही में लेनोवो, माइक्रोमैक्स और सोनी के साथ जियोनी के भी वर्ल्डवाइड शिपमेंट में गिरावट देखी गई।


 

Created On :   30 Nov 2018 4:08 PM IST

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