फूड डिलीवरी से गर्ल्स कमा रहीं पैसा, पार्ट टाइम जॉब में नहीं कोई बंधन

- अपनी पीठ पर पार्सल का बैग लटकाकर
- बाइक चलाते हुए गर्ल्स भी अब ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने में पीछे नहीं है।
- अब तक यह काम सिर्फ लड़के ही कर रहे थे
- लेकिन अब लड़कियां भी इस क्षेत्र में कूद पड़ी हैं।
- फर्राटे से बाइक दौड़ाती हुई ऑनलाइन फूड डिलीवरी कर रही हैं।
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अपनी पीठ पर पार्सल का बैग लटकाकर, बाइक चलाते हुए गर्ल्स भी अब ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने में पीछे नहीं है। अब तक यह काम सिर्फ लड़के ही कर रहे थे, लेकिन अब लड़कियां भी इस क्षेत्र में कूद पड़ी हैं। फर्राटे से बाइक दौड़ाती हुई ऑनलाइन फूड डिलीवरी कर रही हैं। एक निजी ऑनलाइन एप में फूड डिलीवरी में लगभग 75 गर्ल्स हैं, जो शान से यह काम कर रही हैं। गर्ल्स का कहना है कि अब किसी भी क्षेत्र किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं रह गया है। अब गर्ल्स हर क्षेत्र में काम कर रही हैं। फूड डिलीवरी में गर्ल्स न के बराबर थीं, लेकिन अब शहर में ऑनलाइन फूड डिलीवरी में गर्ल्स, बॉयज की रफ्तार से दौड़ रही हैं। इस काम के लिए सभी के अपने-अपने तर्क हैं। कोई जॉब के बंधन में नहीं रहना चाहता, कोई पॉकेट मनी के लिए कर रही है, तो किसी का पार्ट टाइम जॉब है, कोई शहर के विभिन्न क्षेत्रों से रूबरू होने के लिए यह काम करती हैं। फूड डिलीवरी गर्ल्स से जब बात की, तो उन्होंने क्या कहा आइये जानते हैं।
पॉकेट मनी निकल जाती है
ऑनलाइन फूड डिलीवरी का काम बढ़िया है। इसमें पूरे समय ऑफिस में बंधा नहीं रहना पड़ता है। जब कॉल आता है, तो फूड डिलीवरी करो। बाकी का समय अपना खुद का होता है। इस वर्ष मैंने ग्रेजुएशन कर लिया है और जॉब के लिए आवेदन किया है। जब तक जॉब नहीं लग जाती , तब तक के लिए यह काम बढ़िया है। पॉकेट मनी निकल जाती है। साथ ही फूड डिलीवरी करते-करते बहुत सारे शहर के रास्ते भी मालूम पड़ गए हैं। (निकिता, फूड डिलीवरी गर्ल)
इसमें आश्चर्य की बात नहीं
कई लोग बड़े आश्चर्य से देखते हैं कि फूड डिलीवरी लड़की कर रही है। इसमें आश्चर्य वाली क्या बात है। काम तो काम है। मेरे मम्मी-पापा बाहर रहते हैं। मैं नागपुर में रहकर पढ़ाई करती हूं। कॉलेज से आने के बाद बहुत समय खाली रहता है, तो सोचा कुछ काम किया जाए। इसलिए मैंने ऑनलाइन फूड डिलीवरी का काम शुरू कर दिया। इससे टाइम पास भी हो जाता है। काम तो काम होता है, मेहनत से किया हुआ कोई भी काम छोटा नहीं होता है। वैसे भी यदि कहीं नौकरी करेंगे, तो शुरुआत में छह या सात हजार रुपए से ज्यादा नहीं मिलते हैं, तो ऐसा काम किया जाए जिसके साथ दूसरा काम भी कर सकते हैं। (शर्मिला, फूड डिलीवरी गर्ल)
शहर को जानने का अच्छा तरीका
मैं पिछले ही साल शहर में आई हूं मुझे ज्यादा रास्ते नहीं पता हैं, इसलिए मैंने सोचा कि क्यों न ऐसा काम किया जाए कि शहर की हर गली से पहचान हाे सके। मैंने पिछले महीने से ही ऑनलाइन फूड डिलीवरी का काम शुरू किया है। जब कॉल होती है, तो गूगल मैप में सर्च करती हूं। पहुंचने में समय लगता है, लेकिन अपने गंतव्य तक पहुंच जाती हूं। यह काम बहुत ही बढ़िया है। मेट्रो सिटीज में तो गर्ल्स बहुत टाइम से फूड डिलीवरी का काम कर रही हैं। साथ ही हमारे साथ की हर लड़की इस काम को एंजॉय करती है। सभी फ्री टाइम में किसी पार्क में इकट्ठा होती हैं और अपने अपने एक्सपीरियंस शेयर करती हैं। (कंचन, फूड डिलीवरी गर्ल)
Created On :   29 Sept 2018 4:51 PM IST