सरकारी तेल कंपनियों ने कमाए 68 हजार करोड़, प्राइवेट का हिसाब सरकार के पास नही

Govt oil companies earned 68 thousand crore a year but does not have the record of private companies
सरकारी तेल कंपनियों ने कमाए 68 हजार करोड़, प्राइवेट का हिसाब सरकार के पास नही
सरकारी तेल कंपनियों ने कमाए 68 हजार करोड़, प्राइवेट का हिसाब सरकार के पास नही
हाईलाइट
  • पेट्रोल
  • डीजल अब भी जीएसटी के दायरे में नही।
  • सरकार के पास नही है निजी कंपनियों के मुनाफे का हिसाब।
  • सरकारी तेल कंपनियों ने साल में कमाए 68 हजार करोड़।

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली।  जहां आम आदमी हर दिन बढ़ रही तेल और गैस की कीमतों से परेशान है वहीं सरकारी और निजी पेट्रोलियम कंपनियां भारी मुनाफा कमा रही हैं। जीएसटी के दायरे से पेट्रो उत्पादों को बाहर रखने के चलते इन कंपनियों की चांदी हो गयी है वहीं इसकी मार सीधे आम आदमी के जेब पर पड़ रही है। केंद्रीय उत्पाद शुल्क के साथ राज्यों के अपने अलग-अलग दर पर टैक्स लगाने से पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें आसमान छू रही है। अगर 1 जुलाई को दिल्ली में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को देखें तो इस दिन से जहां पेट्रोल 75.55 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है तो डीजल का रेट 67.38 रुपये चल रहा है।  पेट्रोल और डीजल पर लग रहे टैक्स को देखे तो केंद्रीय उत्पाद शुल्क क्रमशः 19.48 और 15.33 रुपये लीटर तो राज्य सरकार 27 और 17.26 रुपये वैट और अन्य टेक्स के रूप में वसूल कर रही है।

निजी कंपनियों का हिसाब नही,सरकारी मालामाल
सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों के पिछले वर्ष के कारोबार, लाभ और सामाजिक जिम्मेदारी मद में दिए खर्च का डाटा उपलब्ध कराया है। इन आकड़ों के अनुसार दस सरकारी कंपनियों ने सिर्फ एक साल में 12.92 लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर 68596.07 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।  जबकी सरकार के पास निजी पेट्रोल कंपनियों की कमाई का कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है।

पेट्रोल, डीजल अब भी जीएसटी के दायरे से बाहर
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने साफ कर दिया है कि अभी पेट्रोल और  डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का कोई निर्णय नहीं हुआ है। यह तय करना जीएसटी काउंसिल के ही हाथ में है। इसके चलते एक बात तो तय है कि जनता को फिलहाल तेल और गैस के बढ़ते दामों से निजात नहीं मिलने वाली है।

                                                                            

इंडियन ऑयल रहा अव्वल

तेल कंपनियों में सबसे ज्यादा लाभ इंडियन ऑयल को हुआ जिसने वर्ष 2017-18 में 509842.00 करोड़ रुपये का कारोबार किया और कमाई 21,346 करोड़ रुपये हुई। दूसरे स्थान पर भारत पेटोलियम रहा जिसने 277162.23 करोड़ का कारोबार किया और 7919.34 लाख रुपये का मुनाफा कमाया। तीसरे नंबर पर हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने 244085.12 करोड़ रुपये का कुल कारोबार किया और उसे 6357.07 करोड़ रुपये का लाभ हुआ। तेल और प्राकृतिक गैस निगम ने 85004 करोड़ का कारोबार किया और 19945 करोड़ का मुनाफा कमाया। इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड कंपनी दस सरकारी कंपनियों में सबसे नीचे रही, इसने 1787.58 करोड़ का कारोबार और 377.87 करोड़ रुपये का लाभ कमाया।
  

 

         

Created On :   24 July 2018 3:41 AM GMT

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