मार्च में 1.42 लाख करोड़ रुपये हुये एकत्रित
- मार्च 2022 में माल के आयात से राजस्व 25 प्रतिशत अधिक रहा
डिजिटल डेस्क, नयी दिल्ली। देश में गत मार्च के दौरान एकत्रित सकल जीएसटी संग्रह 1,42,095 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले 1,40,986 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह इस साल जनवरी में हुआ था। वित्त मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सकल जीएसटी संग्रह में से सीजीएसटी 25,830 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 32,378 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 74,470 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 39,131 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 9,417 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 981 करोड़ रुपये सहित) है।
सरकार ने नियमित भुगतान के रूप में आईजीएसटी से 29,816 करोड़ रुपये सीजीएसटी और 25,032 करोड़ रुपये एसजीएसटी का निपटारा किया। मंत्रालय ने बताया कि इसके अलावा केंद्र ने इस महीने में केंद्र और राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के बीच 50-50 के अनुपात में एड हॉक आधार पर आईजीएसटी के 20,000 करोड़ रुपये का निपटारा किया है।
मार्च 2022 में केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व नियमित और एड हॉक निपटान के बाद सीजीएसटी के लिये 65,646 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 67,410 करोड़ रुपये है। केंद्र ने महीने के दौरान राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को 18,252 करोड़ रुपये का जीएसटी मुआवजा भी जारी किया। गत साल के समान माह की तुलना में मार्च 2022 में जीएसटी राजस्व 15 प्रतिशत अधिक और मार्च 2020 की तुलना में 46 प्रतिशत अधिक है।
मार्च 2022 में माल के आयात से राजस्व 25 प्रतिशत अधिक रहा और घरेलू लेन-देन से (सेवाओं के आयात सहित) प्राप्त राजस्व पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से प्राप्त राजस्व की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक रहा। जनवरी 2022 के 6.88 करोड़ ई-वे बिलों की तुलना में, छोटा महीना होने के बावजूद फरवरी 2022 में ई-वे बिलों की कुल संख्या 6.91 करोड़ रही, जो तेज गति से व्यावसायिक गतिविधि के पटरी पर आने का संकेत देता है।
वित्त वर्ष 2021-22 की अंतिम तिमाही में औसत मासिक सकल जीएसटी संग्रह 1.38 लाख करोड़ रुपये रहा, जबकि पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही में औसत मासिक संग्रह क्रमश: 1.10 लाख करोड़ रुपये, 1.15 लाख करोड़ रुपये और 1.30 लाख करोड़ रुपये रहा है।मंत्रालय का कहना है कि आर्थिक सुधार के साथ-साथ कर चोरी-रोधी कार्यों, विशेष रूप से फर्जी बिल बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से जीएसटी संग्रह बढ़ा है।
मार्च 2021 की तुलना में मार्च 2022 के दौरान प्रत्येक राज्य में एकत्र किये गये जीएसटी के राज्य-वार आंकड़ों के मुताबिक सर्वाधिक 72 प्रतिशत की बढ़ोतरी लद्दाख में देखी गयी है। इसके अलावा मार्च 21 की तुलना में गत माह लक्षद्वीप के जीएसटी राजस्व में 36 प्रतिशत, महाराष्ट्र और मेघालय में 19-19 प्रतिशत, हरियाणा में 17 प्रतिशत, ओडिशा में 26 प्रतिशत, पंजाब में 15 प्रतिशत, अरूणाचल प्रदेश में 14 प्रतिशत की वृद्धि देखी गयी जबकि दमन एवं दीव में 92 प्रतिशत, उत्तराखंड में चार प्रतिशत, नागालैंड में छह प्रतिशत, दादर नगर हवेली में दो प्रतिशत और त्रिपुरा में सात प्रतिशत की गिरावट देखी गयी।
आईएएनएस
Created On :   1 April 2022 7:01 PM IST