टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट टैक्स हुआ दोगुना, चीन पर पड़ सकता है असर

india doubles import tax on textile products, may affect china
टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट टैक्स हुआ दोगुना, चीन पर पड़ सकता है असर
टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट टैक्स हुआ दोगुना, चीन पर पड़ सकता है असर
हाईलाइट
  • भारत को टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स के बिजनेस में सहना पड़ रहा है भारी घाटा।
  • भारत सरकार ने 328 टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट टैक्स बढ़ाए।
  • भारतीय उद्योगों पर काफी असर पड़ा है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  भारतीय बाजार में विदेशी टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स भरे पड़े हैं। इनमें से ज्यादातर चीन के हैं। इससे चिंतित भारतीय सरकार ने इन सामानों के आयात को रोकने का फैसला किया है। इसी क्रम में भारत सरकार ने मंगलवार को 328 टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट टैक्स बढ़ा दिये। भारत ने इन सामानों पर इंपोर्ट टैक्स करीब दोगुना (20 प्रतिशत) कर दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि बढ़े टैक्स की वजह से चीन को झटका लग सकता है। हालांकि भारत सरकार ने अभी उन प्रोडक्ट्स के नामों की घोषणा नहीं की है, जिनपर टैक्स बढ़ाए गए हैं।  

लोकसभा में वित्त राज्य मंत्री राधाकृष्णन ने एक अधिसूचना में कहा कि सरकार कस्टम एक्ट 1962 के सेक्शन 159 के तहत इंपोर्ट टैक्स में बढ़ोतरी करेगा। उन्होंने कहा कि टैक्स में 10 से 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। सरकार ने पिछले महीने भी जैकेट, सूट और कालीन सहित 50 से अधिक टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स पर 20 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाया था।

दुनिया के सबसे बड़े कॉटन प्रोड्यूसर भारत को टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स के बिजनेस में भारी घाटा सहना पड़ रहा था। भारत को बढ़ते आयातों की वजह से 2017-18 में करीब 1.54 अरब डॉलर का घाटा हुआ था। बीते सालों में चीन के अलावा बांग्लादेश, वियतनाम और कंबोडिया जैसे देशों से भी टेक्सटाइल प्रोडक्ट के इंपोर्ट में बढ़ोतरी हुई है। इसकी वजह से भारतीय उद्योगों पर काफी असर पड़ा है। साथ ही भारत में बेरोजगारी जैसी समस्या भी बढ़ी है।

भारत सराकर के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री (CITI) के अध्यक्ष संजय जैन ने कहा कि इस फैसले से चीन की ओर से टेक्सटाइल प्रोडक्ट के इंपोर्ट में भारी कमी देखने को मिल सकती है। यह 2018-19 में घटकर 6 अरब डॉलर तक सिमट सकता है।   

संजय जैन ने कहा, हमें नहीं लगता की चीन को इससे कोई फर्क पड़ेगा। भारत और चीन बड़े बिजनेस पार्टनर हैं। भारत के साथ टेक्सटाइल बिजनेस में चीन पहले से ही सरप्लस की स्थिति में है। ऐसे में हमें नहीं लगता कि चीन इसके जवाब में कोई एक्शन लेगा। हालांकि उन्होंने बाकी देशों से हो रहे इंपोर्ट भी चिंता व्यक्त की। जैन ने कहा कि भारत का चीन के अलावा दूसरे देशों से फ्री ट्रेड एग्रीमेंट हैं और इसी वजह से इन देशों से बिना कोई टैक्स के इंपोर्ट जारी रहेगा।

Created On :   7 Aug 2018 9:05 PM IST

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