इस महीने 6 फीसदी से ज्यादा गिरा सेंसेक्स, निवेशकों के डूबे 13.59 करोड़ रुपए

- मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस गिरावट का निवेशकों को फायदा उठाना चाहिए और अच्छे शेयरों को सस्ते में अपने पोर्टफोलियों में शामिल करना चाहिए।
- शेयर बाजार में आई इस गिरावट से निवेशकों के अब तक 13.59 लाख करोड़ रुपये डूब गए है।
- शेयर बाजार सितंबर महीने में 5 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर हो रहे रुपए और ILFS के बॉन्ड डिफॉल्ट की वजह से शेयर बाजार इस एक महीने में 5 फीसदी से ज्यादा गिर गया। शेयर बाजार में सितंबर का ये महीना पिछले 10 साल में सबसे खराब रहा। सितंबर 2008 में भारतीय शेयर बाजार 10% कमजोर हुआ था। शेयर बाजार में आई इस गिरावट से निवेशकों के 13.59 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं। हालांकि मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस गिरावट का निवेशकों को फायदा उठाना चाहिए और अच्छे शेयरों को सस्ते में अपने पोर्टफोलियों में शामिल करना चाहिए।
सेंसेक्स में 6.26% की गिरावट
31 अगस्त को सेंसेक्स 38,645.07 के स्तर पर था। वहीं फिलहाल सेंसेक्स 36,227.14 के स्तर पर है। यानी इस महीने सेंसेक्स 2417.93 अंको की गिरावट आई है जोकि 6.26% है। इस गिरावट में कई शेयर अपने 52 वीक के हाई से आधी से भी कम कीमत पर आ गए हैं। इनमें दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) का शेयर है जिसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 690 रुपये था, जबकि अब मौजूदा स्तर पर शेयर 61 फीसदी गिरकर 270 रुपये पर आ गया है। प्राइवेट बैंकिग सेक्टर के एक बड़े बैंक यस बैंक के स्टॉक का 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 404 रुपये था, जबकि अब मौजूदा स्तर पर शेयर 54 फीसदी गिरकर 187 रुपये पर आ गया है। ऐसे ही इंडियाबुल्स हाउसिंग, इंडिया बुल्स रियल एस्टेट जैसे कई स्टॉक है।
निवेशकों के 13.59 लाख करोड़ साफ
BSE पर लिस्टेड कंपनियों के स्टॉक्स की वैल्यू 3 सितंबर को 1,58,56,446.06 रुपये थी। जो कि 28 सितंबर को गिरकर 1,44,96,890.67 रुपये पर आ गई। इसका मतलब है कि इस महीने में निवेशकों के अब तक 13.59 लाख करोड़ रुपये साफ हो गए। एक्सपर्ट्स का कहना है सितंबर महीने में शेयर बाजार फाइनेंस कंपनियों की वजह से गिरा है। वहीं डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर हो रहे रुपए के चलते निवेशक भारत से अपना पैसा निकाल रहे हैं। जनवरी से अब तक विदेश निवेशक 8,837.92 करोड़ रुपये के शेयर बेच चुके हैं।
आखिरी कारोबारी दिन भी गिरा बाजार
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भी बाजार में गिरावट देखी गई। हालांकि ये गिरावट मामूली रही। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स लगातार तीसरे दिन 97.03 अंक (0.27%) की गिरावट के साथ 36,227.14 के स्तर पर बंद हुआ तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी में 47.10 अंकों (0.43%) की गिरावट देखी गई। निफ्टी 10,930.45 के स्तर पर बंद हुई।
कैसा रहा दिनभर का कारोबार?
सेंसेक्स सुबह 128.71 अंकों की तेजी के साथ 36,452.74 पर खुला और 97.03 अंकों या 0.27 फीसदी गिरावट के साथ 36,227.14 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 36,551.86 के ऊपरी और 35,985.63 के निचले स्तर को छुआ। निफ्टी की बात करे तो 11,008.10 पर ओपन होने के बाद निफ्टी ने 10,850.30 का लो लगाया। दिनभर के कारोबार के दौरान 11,034.10 का उच्चतम स्तर निफ्टी ने छुआ और 10,930.45 पर बंद हुई। गुरुवार को निफ्टी 10,977.55 के स्तर पर बंद हुई थी।
NSE पर 7 सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में
NSE पर 11 सेक्टोरल इंडेक्स में से 7 इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी ऑटो में 2.29%, निफ्टी आईटी में 1.12%, निफ्टी मीडिया 1.81%, निफ्टी मेटल 5.02%, निफ्टी फार्मा 1.19%, निफ्टी पीएसयू बैंक 0.87%, निफ्टी रिएल्टी में 4.75 परसेंट की गिरावट देखने को मिली। वहीं निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस 0.50%, निफ्टी एफएमसीजी 0.33%, निफ्टी बैंक 0.31% और निफ्टी प्राइवेट बैंक में 0.13% की तेजी देखने को मिली।
Created On :   28 Sept 2018 7:44 PM IST