अंतिम दिन रिटर्न दाखिल करने निकले 75 फीसदी कारोबारी, हर घंटे फाइल हुए 80,000 रिटर्न

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगस्त के जीएसटी रिटर्न फाइल करने के लिए अंतिम दिन भारी संख्या में कारोबारियों ने जीएसटी नेटवर्क पोर्टल का रुख किया। बुधवार को हर घंटे 80,000 से ज्यादा जीएसटीआर-3बी रिटर्न दाखिल किए गए। जीएसटीआर-3बी के रूप में अगस्त का रिटर्न भरने के लिए कारोबारियों के पास मध्यरात्रि तक का समय था। जीएसटीएन पोर्टल को अतिरिक्त भार लेने के लिए तैयार रखा गया था, लेकिन रिटर्न भरने के अंतिम दिन निकले 75 फीसदी कारोबारियों की वजह से रिटर्न दाखिल में भारी दिक्कत पैदा हो गई।
80000 से ज्यादा रिटर्न प्रतिघंटे हुए दाखिल
जीएसटीएन पोर्टल के चेयरमैन अजय भूषण पांडे ने बताया कि जीएसटीएन पोर्टल सही तरीके से काम कर रहा है। रिटर्न दाखिल करने के अंतिम दिन बुधवार को हर घंटे 80,000 से ज्यादा जीएसटीआर-3बी रिटर्न अपलोड स्वीकार किए गए। जबकि पोर्टल की कुल क्षमता एक लाख रिटर्न प्रतिघंटे की थी। पांडे ने कहा इस दबाव से निपटने के लिए हमने पहले से तैयारियां कर रखीं थीं।
पिछले माह दाखिल किए गए थे 47 लाख रिटर्न
एक जुलाई को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) को लागू किए जाने के बाद यह दूसरा महीना था, जब जीएसटीआर-3बी फॉर्म दाखिल किए गए। पिछले महीने करीब 47 लाख जीएसटीआर-3बी रिटर्न दाखिल किए गए थे। इनके माध्यम से 95000 करोड़ रुपये कर के रूप में एकत्र किये गये थे। इस बार इनकी संख्या बढ़ने की उम्मीद।
हर माह दाखिल करने होंगे तीन रिटर्न
कारोबारियों को हर महीने तीन तरह के रिटर्न दाखिल करने होंगे। इसके अलावा एक रिटर्न वार्षिक तौर पर दाखिल करना होगा। अगर किसी कारोबारी का कारोबार एक से ज्यादा राज्य में है, तो उसे और ज्यादा रिटर्न्स दाखिल करने होंगे। जीएसटी लागू होने के बाद अब छोटे कारोबारियों को सालाना 37 टैक्स रिटर्न्स भरने होंगे। इससे पहले उन्हें सिर्फ 13 टैक्स रिटर्न भरने पड़ते थे।
फिर भी नहीं दाखिल किए जा सके सभी रिटर्न
18 सितंबर तक केवल सात लाख रिटर्न ही दाखिल किए जा सके हैं। 16 सितंबर तक केवल साढ़े तीन लाख व्यापारियों ने अपने रिटर्न दाखिल किेए थे। यानी जैसे-जैसे रिटर्न दाखिल करने की तिथि नजदीक आती गई वैसे-वैसे रिटर्न दाखिल किए जाने की गति में तेजी आई। आज दोपहर तक 18.41 लाख कारोबारियों ने अगस्त की रिटर्न दाखिल की है। मध्यरात्रि तक दाखिल किए गए रिटर्न का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है, लेकिन इतना तो तय है कि सभी 85 लाख पंजीकृत करदाताओं के रिटर्न नहीं दाखिल किए जा सके हैं।
Created On :   20 Sept 2017 10:56 PM IST