PNB Fraud: दूसरे बैंकों को भी शेयर करना पड़ सकता है घोटाले का नुकसान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 12,600 करोड़ के घोटाले को फर्जी लेटर ऑफ अंडरटकिंग (LOU) जारी कर अंजाम दिया गया था। LOU के आधार पर जिन बैंकों ने फंड जारी किया था, अब उन बैंकों को भी नुकसान उठाना पड़ सकता है। यदि जांच में सामने आता है कि इन बैंकों ने नॉर्म्स का पालन नहीं किया है तो फिर इन्हें आधा नुकसान PNB के साथ शेयर करना होगा।
लायबिलिटी शेयर करने को तैयार बैंक
वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, PNB घोटाले की जांच चल रही है। इस जांच में ये भी देखा जा रहा है कि जिन बैंकों ने LOU के आधार पर नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की कंपनी को पैसा जारी किया है, उन बैंकों ने भी तो कही कुछ अनुचित नहीं किया। अगर जांच में पाया जाता है कि इन बैंकों ने नॉर्म्स का उल्लंघन किया है तो फिर उनको भी नुकसान शेयर करना होगा। बैंकिंग फ्रॉड पर संसदीय समिति की रिपोर्ट के अनुसार देश-विदेश के लगभग 30 बैंकों ने इन पीएनबी कर्मचारियों के द्वारा जारी फर्जी एलओयू के आधार पर मोदी, चौकसी और उनकी कंपनियों को फंड जारी किए थे। अधिकारी के अनुसार, "सभी पब्लिक सेक्टर के बैंक इस बात पर सहमत हो गए हैं कि अगर आगे की जांच में उनकी तरफ से कोई लापरवाही या अनुचित कार्य की बात सामने आती है तो वह लायबिलिटी शेयर करेंगे।"
क्या है PNB घोटाला?
पंजाब नेशनल बैंक की ब्रेडी हाउस ब्रांच में 12,600 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था। बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से इस घोटाले को अंजाम दिया गया। घोटाले की शुरुआत साल 2011 में हुई थी और पिछले 7 सालों में हजारों करोड़ रुपए के फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LOUs) के जरिए ये रकम निकाली गई। घोटाला मुंबई की ब्रेडी हाउस ब्रांच में हुआ। 2011 से 2018 के बीच हजारों करोड़ की रकम 297 फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoUs) के जरिए विदेशी अकाउंट्स में ट्रांसफर की गई।
Created On :   16 March 2018 3:57 PM GMT