अब पतंजलि 100 करोड़ निवेश कर करेगी सोलर उपकरण के निर्माण

डिजिटल डेस्क, भोपाल। योग गुरू बाबा रामदेव की घरेलू उत्पाद बनाने वाली कंपनी पतंजलि अब सोलर उपकरण के निर्माण ने उतरने जा रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी आचार्य बालकृष्ण ने कहा, "हम जल्द ही सौर ऊर्जा पैनलों का उत्पादन शुरू करने वाले हैं। इसका कारखाना ग्रेटर नोएडा औद्योगिक क्षेत्र के पास है और इसका उद्घाटन जनवरी में हो सकता है।" बालकृष्ण ने कहा कि इसके लिए करीब 100 करोड़ रुपए का निवेश किया जा सकता है। उन्होंने कहा, "हमने इसके लिए करीब 50-60 करोड़ रुपए का निवेश किया है।" उन्होंने आगे कहा, "हम यहां सौर ऊर्जा पैनल बनाएंगे। हमारी योजना चिप और फोटोवोल्टिक सेल बनाने की भी है।"
पतंजलि के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि कंपनी शुरुआत में जो भी उपकरणों का उत्पादन करेगी उसका खुद उपयोग करेगी। अपने सभी कारखानों में वो छतों पर सौर ऊर्जा उपकरण लगाएगी। वहीं यल प्रोडक्शन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "अगर लोग हमसे खरीदने आएंगे तो हम इसकी बिक्री भी करेंगे।" इस कारोबार में उतरने की वजह पूछे जाने पर उन्होंने कहा, अपने संयंत्रों में सौर ऊर्जा पैनल लगवाते समय यह बात पता चली कि इससे संबंधित सारी चीजें चीन से मंगाई जाती हैं। उन्होंने कहा, "इसके बाद हमने तय किया कि कम से कम अपनी जरूरतों के लिए हमें खुद बनाना चाहिए।
पतंजलि का सालाना टर्नओवर 10,500 करोड़
बता दें, पतंजलि आयुर्वेद का टर्नओवर पिछले वित्त वर्ष में 10,500 करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया था। इस वित्त वर्ष में कंपनी ने इसे दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। पतंजलि के के सीईओ आचार्य बालकृष्ण कंपनी के टॉप बॉस हैं। पतंजलि ग्रुप के प्रमुख की हैसियत से बालकृष्ण हाल ही में फोर्ब्स की रईसों की सूची में शामिल किए गए हैं, जिनकी निजी संपदा 25,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। 50 करोड़ रुपए के लोन से शुरू की गई पतंजलि का सालाना कारोबार अगले साल 10,500 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, लेकिन बालकृष्ण के मुताबिक वो वेतन नहीं लेते हैं। वैसे, उनका काम वेतन लिए बिना भी चल सकता है, क्योंकि पतंजलि में 97 फीसदी हिस्सेदारी उनके ही नाम है।
पतंजलि की स्थापना योगगुरु बाबा रामदेव के सहयोग से वर्ष 2006 में की गई, जो शैम्पू से लेकर दंतमंजन (टूथपेस्ट भी) तक सब कुछ बनाती है। पिछले साल 5,000 करोड़ रुपये के कारोबार का आंकड़ा पार कर लेने वाले आयुर्वेद के इस साम्राज्य में बाबा रामदेव की भले ही कोई हिस्सेदारी नहीं है, लेकिन इसका चेहरा वही हैं।
Created On :   11 Dec 2017 12:37 PM IST