50 करोड़ रुपए से ज्यादा के NPA की होगी जांच, वित्त मंत्रालय ने जारी किया निर्देश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फरवरी-2018 में एक के बाद एक सामने आई 4 बड़ी बैंक धोखाधड़ी के बाद वित्त मंत्रालय एक्शन मोड में आ गया है। वित्त मंत्रालय ने इस तरह की बैंक धोखाधड़ी से निपटने के लिए सरकारी बैंकों को निर्देश जारी किये हैं। वित्त मंत्रालय ने सभी सरकारी बैंकों (PSBs) के प्रबंध निदेशकों को 50 करोड़ रुपए से अधिक के सभी NPA अकाउंट्स की जांच करने के निर्देश दिए हैं। प्रबंध निदेशकों से यह भी कहा गया है कि ऐसे मामलों की पहचान होने पर तुरंत CBI को सूचित किया जाए।
वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने मंगलवार को ट्वीट कर इसके बारे में जानकारी देते हुए बताया, "सभी सरकारी बैंको के प्रबंध निदेशकों को बैंक फ्रॉड्स का समय रहते पता लगाने और 50 करोड़ से ज्यादा के NPA की जांच तुरंत शुरू करने को कहा गया है। इसके साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून/फेमा/आयात-निर्यात नियमों के उल्लंघन से जुड़े मामलों की जांच करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) और राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) को शामिल करने को कहा गया है।"
PSB MDs directed to detect bank frauds consequential wilful default in time refer cases to CBI. To examine all NPA accounts > Rs. 50Cr for possible fraud. Involve ED/DRI for PMLA/FEMA/EXIM violations if any. #EASE #NewIndia @FinMinIndia @PMOIndia @PIB_India pic.twitter.com/ZURiWu4D5T
— Rajeev kumar (@rajeevkumr) February 27, 2018
राजीव कुमार ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि सरकारी बैंकों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे 15 दिनों के अंदर किसी भी प्रकार के परिचालन और तकनीकी जोखिम से निपटने के लिए ऐक्शन प्लान तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही तय करें।
15 day deadline for PSBs to take pre-emptive action identify gaps/Weaknesses to gear up for rising Ops Tech risks; To learn from best practices pinpoint strategies including tech solutions; Clear accountability of senior functionaries.#EASE @PMOIndia @FinMinIndia @PIB_India pic.twitter.com/tankAMtBem
— Rajeev kumar (@rajeevkumr) February 27, 2018
गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में बैंकिग सेक्टर में अब तक की सबसे बड़ी धोखाधड़ी सामने आई थी। 11300 करोड़ की इस बैंक धोखाधड़ी में मंगलवार को 1251 करोड़ का एक और फ्रॉड सामने आया है, जिसके बाद यह धोखाधड़ी 12636 करोड़ की हो गई है। इस बैंक घोटाले के साथ ही रोटोमेक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी द्वारा 3600 करोड़ से ज्यादा की बैंक धोखाधड़ी भी सामने आई थी। फिलहाल विक्रम कोठारी पुलिस हिरासत में है। इन दो बड़े घोटालों के अलावा OBC बैंक में भी क्रमशः 390 और 97 करोड़ के घोटाले सामने आए हैं।
Created On :   27 Feb 2018 4:32 PM GMT