रंगनाथ कैफे कॉफी एंटरप्राइजेज के अंतरिम चेयरमैन नियुक्त, बोर्ड की बैठक में फैसला

Ranganath Café appointed Interim Chairman of Coffee Enterprises
रंगनाथ कैफे कॉफी एंटरप्राइजेज के अंतरिम चेयरमैन नियुक्त, बोर्ड की बैठक में फैसला
रंगनाथ कैफे कॉफी एंटरप्राइजेज के अंतरिम चेयरमैन नियुक्त, बोर्ड की बैठक में फैसला
हाईलाइट
  • कंपनी का यह फैसला पुलिस द्वारा करीब 36 घंटे की मशक्कत के बाद कैफे कॉफी डे के संस्थापक चेयरमैन वी. जी. सिद्धार्थ के शव को मंगलुरु के पास से बरामद किए जाने के बाद आया है
  • कॉफी डे एंटरप्राइजेज के बोर्ड ने बुधवार को एस. वी. रंगनाथ को कंपनी का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त कर दिया

मुंबई, आईएएनएस। कॉफी डे एंटरप्राइजेज के बोर्ड ने बुधवार को एस. वी. रंगनाथ को कंपनी का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। कंपनी का यह फैसला पुलिस द्वारा करीब 36 घंटे की मशक्कत के बाद कैफे कॉफी डे के संस्थापक चेयरमैन वी. जी. सिद्धार्थ के शव को मंगलुरु के पास से बरामद किए जाने के बाद आया है। बोर्ड की बैठक बुधवार सुबह 10:30 बजे शुरू होकर दोपहर एक बजे तक चली। कंपनी के एक बयान में ये भी बताया गया कि नितिन बागमाने को अंतरिम मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) नियुक्त करने का फैसला किया गया है। बोर्ड की अगली बैठक 8 अगस्त को होगी।

बता दें कि कॉफी किंग सिद्धार्थ के लापता होने के बाद सोमवार देर रात कर्नाटक की नेत्रावती नदी से मछुआरों के एक समूह द्वारा उनका मृत शरीर निकाला गया। कंपनी ने यह भी बताया कि बोर्ड ने सिद्धार्थ के कथित पत्र में दिए गए बयानों का भी संज्ञान लिया है। कंपनी ने कहा है, पत्र की प्रामाणिकता हालांकि सत्यापित नहीं है और यह स्पष्ट नहीं है कि ये वी. जी. सिद्धार्थ द्वारा लिखा गया है या नहीं। बोर्ड ने इसे गंभीरता से लेते हुए इस मामले की गहन जांच कराने का संकल्प लिया है। सिद्धार्थ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए बोर्ड ने कहा कि उसने कंपनी की प्रबंधन टीम को अपना समर्थन देने और उसमें पूर्ण विश्वास व्यक्त करने का संकल्प लिया है।बोर्ड ने सिद्धार्थ की पत्नी मालविका हेगड़े के उस संदेश का भी संज्ञान लिया, जिसमें उन्होंने कंपनी की पेशेवर टीम के प्रति समर्थन और विश्वास जताया है।

सिद्धार्थ ने खुदकुशी से पहले कथित पत्र में कहा था "मेरी विनती है कि आप सभी मजबूती से नए मैनेजमेंट के साथ बिजनेस को आगे बढ़ाते रहेंगे। सभी गलतियों और वित्तीय लेन-देनों के लिए मैं जिम्मेदार हूं। मेरी टीम, ऑडिटर्स और सीनियर मैनेजमेंट को मेरे ट्रांजेक्शंस के बारे में जानकारी नहीं है। कानून को सिर्फ मुझे जिम्मेदार ठहराना चाहिए। मैंने परिवार या किसी अन्य को इस बारे में नहीं बताया। मेरा इरादा किसी को गुमराह या धोखा देने का नहीं था। एक कारोबारी के तौर पर मैं विफल रहा। उम्मीद है कि एक दिन आप समझेंगे, मुझे माफ कर दीजिए। हमारी संपत्तियों और उनकी संभावित वैल्यू की लिस्ट संलग्न कर रहा हूं। हमारी संपत्तियां हमारी देनदारियों से ज्यादा हैं। इनसे सभी का बकाया चुका सकते हैं।"

 

 

Created On :   31 July 2019 2:01 PM GMT

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