रियल एस्टेट को फिर से बुलंदियों पर ले जाना रेरा का मकसद : योगी

Reras motive to take real estate back to high: Yogi
रियल एस्टेट को फिर से बुलंदियों पर ले जाना रेरा का मकसद : योगी
रियल एस्टेट को फिर से बुलंदियों पर ले जाना रेरा का मकसद : योगी

लखनऊ, 4 नवम्बर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर मंदी के दौर से उबरकर एक बार फिर बुलंदियों को हासिल कर सकता है, और इस सेक्टर की नियामक संस्था रेरा का यही मकसद है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को यहां इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित रियल एस्टेट रेग्यूलेटरी अथॉरटी (रेरा) के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, एक अदद घर का सपना लिए जीवन भर की गाढ़ी कमाई किसी बिल्डर को देने वालों का हित मेरे लिए सर्वोपरि है। यह तबका दोहरी मार का शिकार होता है। पूरा पैसा फंसने के बावजूद उसे बैंक का कर्ज भी अदा करना होता है। पर इसका यह अर्थ कतई नहीं कि हम रियल एस्टेट के अन्य क्षेत्रों के हितों की अनदेखी करेंगे। बिल्डर अगर पूरी पारदर्शिता और गुणवत्ता के अनुसार ग्राहक से किए वादे को पूरा करेंगे तो सरकार नियमानुसार उनकी हर संभव मदद करेगी। अगर ऐसा हो तो रियल एस्टेट सेक्टर मंदी के दौर से उबरकर एक बार फिर बुलंदियों को हासिल कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा, पिछली सरकारों में नोएडा जाने को लेकर एक मिथ था। ऐसा साजिशन उन लोगों ने किया था, जिनकी नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे के आस-पास काली कमाई लगी थी या ऐसे लोगों को अपने हित के लिए वे संरक्षण दे रहे थे। पैसा देने के बाद भी घर न मिलने की 80 फीसद शिकायतें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के आठ जिलों से ही हैं। कुछ पीड़ित ग्राहकों और बिल्डर्स से मिलने के बाद मुझे नोएडा का यह मिथ समझ में आया। मेरा मानना है कि इस सेक्टर में हुई गड़बड़ियों के मूल में राजनैतिक एवं प्रशासनिक बेईमानी भी है। बदनीयती से इन लोगों से या तो मिले पैसे का बंदरबांट कर लिया या किसी और क्षेत्र में लगाकर इस क्षेत्र का बंटाधार कर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा, 10 वर्षों से लंबित लगभग तीन लाख होम बायर्स जिन्हें आवास नहीं मिल पाया था, बिना किसी दबाव के, संवाद के माध्यम से हम लोग पहले एक वर्ष में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे में एक लाख बायर्स को आवास दिलाने में सफल हुए।

केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, रेरा के पूर्व यह सेक्टर आकंठ भ्रष्टाचार में डूबा था। कृषि के बाद सर्वाधिक संभावनाओं वाला यह क्षेत्र असंगठित था। सत्ता में आने के साल भर के भीतर प्रधानमंत्री मोदी ने रेरा के जरिए इसे संगठित किया। इसके पहले रेरा के चार क्षेत्रीय सम्मेलन हो चुके हैं। यह पहला राष्ट्रीय सम्मेलन है। अब ऐसे सम्मेलन हर साल होंगे। अब तक के सम्मेलनों से निकले निचोड़ के आधार पर हम रेरा को और प्रभावी एवं पारदर्शी बनाएंगे। शीघ्र ही हम मॉडल टेनेंसी एक्ट और रियल एस्टेट ई-कामर्स पोर्टल लाएंगे। मेरा प्रयास यह है कि आने वाले समय में शहरीकरण का मंजर बदल जाए।

केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा, सबके आवास का सपना साकार हो, इसके लिए हर साल 900 वर्ग किमी में आवास बनाने की जरूरत होगी। सकल घरेलू उत्पाद में इस क्षेत्र का योगदान करीब आठ फीसद का है। विदेशी निवेश से पैसा पाने वाले क्षेत्रों में इस क्षेत्र का नंबर पांचवा है। 2030 तक इस क्षेत्र में 50 करोड़ और 2050 तक 80 करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा। इस मौके पर रेरा के चेयरमैन राजीव कुमार, मुख्य सचिव आर.के. तिवारी भी मौजूद रहे।

Created On :   4 Nov 2019 12:31 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story