रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं, अनुमानित ग्रोथ रेट घटी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। RBI की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इन दरों में बदलाव की उम्मीदें जताई जा रही थी, लेकिन इस तरह का कोई निर्णय नहीं लिया गया। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक की छह सदस्यीय समिति ने GDP ग्रोथ की अनुमानित दर में कटौती की है। साथ ही आरबीआई गवर्नर ने आगामी छमाही में महंगाई बढ़ने की भी आशंका जताई है।
- रिजर्व बैंक ने रेपो रेट 6% पर बरकरार रखी है।
- रिवर्स रेपो रेट भी 5.75% बनी रहेगी।
- सीआरआर भी पहले की तरह 4 % पर कायम रहेगी।
- एसएलआर को 0.5% घटाकर 19.5% कर दिया गया है।
- ग्रोथ रेट का अनुमान 0.6% घटाकर 6.7% कर दिया गया है।
- रिजर्व बैंक का मानना है कि कृषि ऋण माफी से ग्रोथ रेट पर असर पड़ेगा।
- रिजर्व बैंक ने अक्टूबर-मार्च छमाही में महंगाई दर 4.2-4.6 % रहने का अनुमान जताया है।
- रिजर्व बैंक ने उपभोक्ता महंगाई दर 4 % (+-2%) तक रोकने का टारगेट रखा है।
रेपो रेट : रिजर्व बैंक दूसरे कमर्शियल बैंकों और वित्तीय संस्थानों को जिस दर से पैसा उधार देता है, उसे रेपो रेट कहते हैं।
रिवर्स रेपो रेट : यह रेपो रेट से विपरीत है। यानी रिवर्स रेपो वह रेट है, जिस पर दूसरे बैंक रिजर्व बैंक को पैसा उधार देते हैं।
नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) : देश में लागू बैंकिंग नियमों के तहत प्रत्येक बैंक को अपनी कुल कैश रिजर्व का एक निश्चित हिस्सा रिजर्व बैंक के पास रखना ही होता है, जिसे कैश रिजर्व रेशो अथवा नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) कहा जाता है।
Created On :   4 Oct 2017 5:31 PM IST