4 माह के सबसे निचले स्तर पर पहुंची खुदरा महंगाई दर, औद्योगिक उत्पादन दर में बढ़ोतरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महंगाई के मोर्चे पर सरकार व आम आदमी दोनों को थोड़ी राहत मिली है। फरवरी माह में खुदरा महंगाई दर यानी CPI घटकर 4.4 पर आ गई है। जनवरी में यह आंकड़ा 5.07 % था। इस आधार पर दो महीनों में खुदरा महंगाई दर में बड़ी कमी आई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर (CPI) फरवरी में 4 महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है। हालांकि पिछले साल फरवरी में यह 3.65 % थी। सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक महंगाई दर उम्मीद से काफी कम है। हालांकि पिछले साल फरवरी में यह 3.65 % थी। एक सर्वेक्षण के मुताबिक 30 अर्थशास्त्रियों ने महंगाई दर 4.80% रहने की उम्मीद जताई थी। बता दें महंगाई दर में नरमी सब्जियों और दूसरे जल्द खराब होने वाले पदार्थों के दामों में कमी के कारण आई है।
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आरबीआई के मिड टर्म टारगेट से अधिक रही महंगाई दर
दूसरी ओर सीपीआई के साथ ही जारी होने वाले औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़े भी सरकार के लिए राहत भरे रहे हैं। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय( सीएसओ) के आंकड़े के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में वृद्धि दिसंबर 2017 में 7.1 % रही थी। औद्योगिक उत्पादन भी अर्थशास्त्रियों की उम्मीद से काफी अधिक रहा। अर्थशास्त्रियों ने इसके 6.7 % रहने की सम्भावना जताई गई थी। इस साल जनवरी में आईआईपी वृद्धि का प्रमुख कारण विनिर्माण क्षेत्र का बेहतर प्रदर्शन है। सूचकांक में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी 77.63 % है। हालांकि महंगाई दर आरबीआई के मिड टर्म टारगेट से अधिक ही रही है। महंगाई दर में नरमी सब्जियों और दूसरे जल्द खराब होने वाले पदार्थों के दामों में कमी की वजह से आई है। आरबीआई ने 4 % का टारगेट तय किया था।
Created On :   12 March 2018 5:08 PM GMT