रेपो रेट में कटौती से नहीं मिला सहारा, सेंसेक्स 434 अंक टूटा (लीड-1)

Sahara, Sensex breaks 434 points (lead-1) due to reduction in repo rate
रेपो रेट में कटौती से नहीं मिला सहारा, सेंसेक्स 434 अंक टूटा (लीड-1)
रेपो रेट में कटौती से नहीं मिला सहारा, सेंसेक्स 434 अंक टूटा (लीड-1)

मुंबई, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा प्रमुख ब्याज दर (रेपो रेट) में कटौती से भी घरेलू शेयर बाजार को सहारा नहीं मिला और बाजार में लगातार पांचवें दिन गिरावट का दौर जारी रहा।

सेंसेक्स शुक्रवार को 433.56 अंकों यानी 1.14 फीसदी की गिरावट के साथ 37,673.31 पर बंद हुआ और निफ्टी 139.25 अंकों यानी 1.23 फीसदी की गिरावट के साथ 11,174.75 पर बंद हुआ।

हालांकि कारोबार के आरंभ में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स तकरीबन 300 अंकों की तेजी के साथ 38,401.49 पर खुला और 38,403.54 तक उछला, लेकिन आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के नतीजे आने के बाद बाजार में बिकवाली का भारी दबाव बढ़ने से सेंसेक्स टूटकर 37,633.36 पर आ गया। पिछले सत्र में यह 38,106.87 पर बंद हुआ था।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित सूचकांक निफ्टी भी 74 अंकों से ज्यादा की बढ़त के साथ के साथ 11,388.45 पर खुला और 11,400.30 तक उछला। लेकिन बाद में लुढ़क कर 11,158.35 पर आ गया। पिछले सत्र में निफ्टी 11,314 पर बंद हुआ था।

बीएसई मिडकैप सूचकांक 130.69 अंकों यानी 0.94 फीसदी की गिरावट के साथ 13,713.79 पर बंद हुआ और स्मॉलकैप सूचकांक 101.52 अंकों यानी 0.79 फीसदी फिसल कर 12,808.66 पर रहा।

बीएसई के 19 सेक्टरों में से 17 सेक्टरों के सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई जबकि दो सेक्टरों के सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट वाले सूचकांकों में बैंक इंडेक्स (2.45 फीसदी), उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (2.10 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (1.95 फीसदी), आधारभूत सामग्री (1.78 फीसदी) और वित्त (1.78 फीसदी) शामिल रहे, जबकि सूचना प्रौद्योगिकी (0.74 फीसदी) और टेक (0.32 फीसदी) के सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए।

आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने वाणिज्यिक बैंकों के लिए रेपो (अल्पावधि ऋण) दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर उसे 5.40 फीसदी से घटाकर 5.15 फीसदी कर दिया।

लेकिन, केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान शुक्रवार को 6.9 फीसदी से घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया है।

जीडीपी वृद्धि दर अनुमान में कटौती से निवेशकों का मनोबल टूटा जिससे बाजार में गिरावट आई।

Created On :   4 Oct 2019 2:00 PM GMT

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