रिसर्च के बाद देश के सबसे बड़े बैंक ने कहा- हकीकत है मंदी की बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एसबीआई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि सितंबर 2016 से अर्थव्यवस्था जो सुस्ती आई है वो तकनीकी नहीं वास्तविक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था की सुस्ती को दूर करने के लिए सार्वजनिक खर्च बढ़ाने की जरूरत है।
क्या है रिपोर्ट मे
"इस सुस्ती से यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह अस्थायी है या नहीं। हमारा मानना है कि अर्थव्यवस्था सितंबर, 2016 से सुस्ती में है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सुस्ती की वजह तकनीकी रूप से लघु अवधि या क्षणिक भर नहीं है। हालांकि, रिपोर्ट में इस सवाल का जवाब नहीं दिया गया है।"
गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने जीडीपी की वृद्धि दर में गिरावट को तकनीकी बताया था। जून तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर घटकर 5.7 प्रतिशत के तीन साल के निचले स्तर पर आ गई थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस सुस्ती से निपटने के लिए सरकार को सार्वजनिक खर्च बढ़ाना होगा।
Created On :   19 Sep 2017 3:46 PM GMT