मोदी सरकार के अच्छे दिनों में गईं इतनी नौकरियां

मोदी सरकार के अच्छे दिनों में गईं इतनी नौकरियां
मोदी सरकार के अच्छे दिनों में गईं इतनी नौकरियां
मोदी सरकार के अच्छे दिनों में गईं इतनी नौकरियां

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 2014 के लोकसभा चुनाव में अच्छे दिन लाने का वादा कर सत्ता में आई मोदी सरकार के कार्यकाल का विश्लेषण करें तो यह नारा नौकरीपेशा लोगों के लिए उल्टा साबित हो रहा है। मोदी सरकार के अब तक के कार्यकाल में नए रोजगार पैदा होना तो दूर हजारों की संख्या में पूराने रोजगार भी बंद हो गए। इंडियन एस्सप्रेस की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि नोटबंदी और GST से आई मंदी के साथ-साथ हजारों की संख्या में रोजगार खत्म हो गए हैं।

  • आंकड़ों की मानें तो 67 कपड़ा मीलें बंद हो चुकी हैं। इनके 17,600 कर्मचारी बेरोज़गार हो गए। ये महज संगठित क्षेत्र के आंकड़े हैं, असंगठित क्षेत्र में इससे 50-60 हज़ार लोगों की नौकरियां गईं हैं।
  • नोटबंदी के कारण घाटे में चल रही LT ने 14,000 लोगों को निकाल दिया। 
  •  इस साल तीन बड़ी आईटी कंपनियों से लगभग 4000 लोग निकाले गए। छोटी कंपनियों से कितने लोगों को निकाला गया है, इसका तो कोई आंकड़ा ही नहीं है।
  • नोटबंदी के तुरंत बाद HDFC ने 4,581 लोगों को चलता किया। अगली तिमाही में 6,096 लोगों को बाहर कर दिया। यानी छह महीने में 10 हज़ार सिर्फ़ एक बैंक से निकाले गए। देश में कुल 29 प्राइवेट बैंक हैं, आप अंदाजा लगा सकते हैं कितने लोगों की नौकरी गई होगी।
  • पवन ऊर्जा वाली कंपनी सुज़लॉन और टरबाइन बनाने वाली रेगेन पावरटेक ने पिछले छह महीने में 1,500 लोगों को निकाल दिया।
  • 2016 में सरकार के फ्लैगशिप स्टार्टअप में से 212 बंद हो गए, जो पिछले साल से 50% ज़्यादा है।

Created On :   3 Oct 2017 11:23 PM IST

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