100 रुपए किलो पर ठहर गया टमाटर, गरीबों की दाल से हुआ गायब

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टमाटर की लगातार बढ़ती कीमत 100 रुपए किलो से नीचे आने का नाम ही नहीं ले रही है। देश के बड़े शहरों में तो टमाटर मानो 100 रुपए किलो पर आकर जैसे ठहर सा गया है। इस महंगाई के कारण गरीब की दाल से भी टमाटर गायब हो गया है। भारी बारिश के कारण बड़े शहरों तक टमाटर की सप्लाई नहीं हो पा रही है, यही कारण है कि इसकी कीमत कम नहीं हो रही है।
टमाटर के भाव इन दिनों देश की राजधानी दिल्ली में करीब 92 रुपए किलो चल रहे हैं, तो वहीं औधोगिक नगरी मुंबई में 80 रुपए किलो हैं। चैन्नई में टमाटर की कीमत कुछ राहत देती नजर आ रही है, क्योंकि यहां 57 रुपए किलो भाव है। कलकत्ता में सबसे अधिक 95 रुपए किलो कीमत है। यह कीमत सरकारी मंडी के अनुसार है।
जबकि दिल्ली NCR में मदर डेयरी द्वारा किचन स्टेपल पर अपने 300 रिटेल स्टोरों के जरिए 92 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है। वहीं बिग बास्केट और ग्रोर्स जैसे ऑनलाइन किराने के प्लेटफार्म इसे लगभग 100 रुपये प्रति किलोग्राम दे रहे हैं। स्थानीय विक्रेताओं गुणवत्ता पर निर्भर करते हुए 80-100 रुपये प्रति किलोग्राम रेंज में टमाटर बेच रहे हैं।
आजादपुर टोमैटो मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आपूर्ति खराब हुई है, क्योंकि पड़ोसी राज्यों में फसल भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है। प्याज और आलू के विपरीत, टमाटर का जीवन बहुत छोटा है और इसे भंडारण और परिवहन के लिए आधुनिक गोदामों की जरूरत है।
देश लगभग 18 मिलियन टन टमाटर का उत्पादन करता है, जिसमें कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा प्रमुख टमाटर के बढ़ते राज्य हैं। यह भी कहा गया है कि टमाटर की कीमतों में वृद्धि ने हाल के कुछ हफ्तों में 40-45 प्रतिशत की सीमा तक टमाटर प्यूरी / केचप जैसे विकल्पों के लिए अतिरिक्त मांग तैयार की है।
Created On :   28 July 2017 10:08 PM IST