स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एम्बेसडर ने लगाया 2654 करोड़ रुपए का चूना

डिजिटल डेस्क, वडोदरा । गुजरात से एक और बड़ा बैंक फ्रॉड सामने आया है। वडोदरा के उद्योगपति अमित भटनागर पर 19 बैंकों का 2654.40 करोड़ रुपए नहीं चुकाने का आरोप है। फ्रॉड की जानकारी मिलते ही उसके ठिकानों पर CBI ने छापेमारी की। CBI की इकोनॉमिक ऑफेंस टीम ने डायमंड पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित भटनागर और उनके परिवार के सदस्यों के ठिकानों पर छापेमारी की है। वडोदरा के व्हिसलब्लोवर शैलेष अमीन ने सबसे पहले अमित भटनागर के 40 करोड़ सेनवेट क्रेडिट स्कीम के बारे में अथॉरिटीज को सूचित किया था, मगर उनकी चिट्ठी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
विदेश भागने से पहले CBI ने किया गिरफ्तार
गुजरात के आला नेताओं के साथ करीबी संबंध बताकर बैंक अधिकारियों से सैकड़ों करोड़ रुपयों का लोन सेंक्शन कराने वाले भटनागर को CBI ने आखिर गिरफ्तार कर लिया है। अमित, उसके भाई सुमित, पिता और समूह के संस्थापक सुरेश भटनागर पर 11 विभिन्न सरकारी-गैरसरकारी बैंकों को 2655 करोड़ रुपयों का फ्रॉड करने का आरोप है। CBI ने बताया कि छापेमारी के दौरान काफी अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिसमें अमित भटनागर की कई कम्पनियों में नेताओं के सगे-संबंधियों की पार्टनरशिप का खुलासा हुआ है।
स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एम्बेसडर रह चुका है अमित
आपको बाते दें, अमित भटनागर PM नरेंद्र मोदी की अति महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एम्बेसडर रह चुका है। अमित भटनागर की कंपनी डायमंड पॉवर इंडस्ट्रियल केबल और ट्रांसफार्मर का उत्पादन करती है। डायमंड पॉवर के नाम पर पिछले 10 सालों में अनेक बैंकों से कर्ज लिए गए।
कई मंत्रियों और BJP नेताओं से नजदीकी संबंध
अमित भटनागर के राज्य सरकार में कई मंत्रियों और BJP नेताओं से नजदीकी संबंध रहे हैं और PM मोदी, मुख्यमंत्री विजय रुपानी, पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के साथ उसकी कई तस्वीरें हैं।
विपक्ष दल कांग्रेस के निशाने पर BJP
अब इस बैंक फ्रॉड को लेकर मुख्य विपक्ष दल कांग्रेस ने BJP पर निशाना साधा है। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता निलेश ब्रह्मभट्ट का कहना है कि "इस मामले की पुरी जांच होनी चाहिए। अगर जांच होगी तो गुजरात सरकार के कइ मंत्रियों के नाम इस घोटाले में सामने आएंगे। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि रिजर्व बैंक की सूची में अमित भटनागर की कंपनी को पहले ही डिफॉल्टर घोषित किया जा चुका था, इसके बावजूद बैंक के अधिकारियों की मिलीभगत से अमित भटनागर को कंपनी को कर्ज मिलता चला गया।"
Created On :   8 April 2018 1:52 PM IST