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अनदेखी: महाराष्ट्र-तेलंगाना बाॅर्डर के 14 गांवों के ग्रामीणों ने एक महीने में दोबारा किया मतदान
- 19 अप्रैल को चंद्रपुर किया मतदान
- 13 मई को आदिलाबाद लोस क्षेत्र में पहुंचे मतदान करने
- प्रशासन की अनदेखी े अनदेखी
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । देश में चुनाव के महापर्व में एक व्यक्ति को एक जगह वोट डालने का अधिकार है लेकिन महाराष्ट्र-तेलंगाना बार्डर पर बसे 14 विवादित गांव ऐसे हंै, जो महाराष्ट्र के साथ-साथ तेलंगाना में मतदान करते हंै। विगत 19 अप्रैल को चंद्रपुर लोकसभा मतदाता क्षेत्र में मतदान करने के बाद 13 मई को तेलंगाना अंतर्गत आदिलाबाद लोकसभा क्षेत्र में गांव के लोगों ने मतदान किया। स्थिति ऐसी है कि, प्रशासन चाहकर भी रोक नहीं सकता। बस दोबारा मतदान न करे, इसके लिए जनजागरण किया गया। दोबारा मतदान रोकने के लिए संबंधित ग्रामीणों को स्याही लगाई गई थी, लेकिन करीब 24-25 दिनों का समय मिलने से स्याही भी मिट गई और सैकड़ों ग्रामीणों ने मतदान किया।
बता दें कि, देश में लोकसभा चुनाव के चाैथे चरण का मतदान 13 मई को हुआ। महाराष्ट्र-तेलंगाना सीमा पर स्थित चंद्रपुर जिले के जिवती तहसील के 14 गांवों के ग्रामीणों ने दूसरी बार मतदान किया। इन गांवों पर महाराष्ट्र के साथ तेलंगाना सरकार भी अपना दावा करती है लेकिन ये गांव महाराष्ट्र के हैं। आखरी छोर पर बसे यह गांव विकास, सरकारी योजनाओं से कोसों दूर हंै। इसी का फायदा उठाकर तेलंगाना सरकार ने इन गांव के नागरिकों को राशन कार्ड, मतदान पहचानपत्र, आंगनवाड़ी, शाला, बिजली जैसे बुनियादी सुविधा देते हुए अपने प्रति सहानुभूती निर्माण करने का प्रयास किया। दोनों राज्य के सरकारी योजनाओं का लाभ यहां के ग्रामीण लेते हंै। राशन, घरकुल योजना जैसे योजनाओं का लाभ लिया जाता है। साथ ही मतदान भी दोनों राज्यों में करते हंै। तेलंगाना के प्रत्येक चुनाव में यहां के नागरिक शामिल होते हंै। मुकादमगुडा, परमडोली, परमडोली (तांडा), कोठा, लेंडीजाला, महाराजगुड़ा, शंकरलोधी, पद्मावती, अंतापुर, इंदिरानगर, येसापुर, पलसगुड़ा, भोलापठार,लेंडीगुडा इन 14 गांवों में कुल 5 हजार 117 मतदाता हंै। प्रत्येक व्यक्ति के पास दो मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, आधार कार्ड हैं। दोनों राज्यों ने अपने मतदाता के रूप में घोषित किए हंै।
सोमवार को तेलंगना के आदिलाबाद लोकसभा मतदाता चुनाव में ग्रामीणों ने मतदान किया। बता दें कि, 14 गांव महाराष्ट्र के चंद्रपुर-वणी-आर्णी लोकसभा क्षेत्र में एक बार ही मतदान हो, इसके लिए दोनों राज्य के जिलाधिकारी की संयुक्त बैठक हुई थी। चंद्रपुर के जिलाधिकारी ने अपील भी की थी। इसके लिए दाए हाथ के उंगली पर स्याही लगाई थी परंतु जिला प्रशासन द्वारा किए गए उपाय योजनाओं का मतदाताओं ने प्रतिसाद नहीं दिया और दोनों राज्य में मतदान किया। इस संबंध में जिवती के तहसीलदार से संपर्क करने की कोशिश की गई, परंतु उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
4 केंद्रों पर हुई वोटिंग : जानकारी के अनुसार 14 गांवों के मतदाताओं के लिए चंद्रपुर लोस क्षेत्र में मतदान करने 6 मतदान केंद्र बनाए गए थे। वहीं आसीफाबाद जिले के केरामेरी मंडल अंतर्गत इन 14 गांवों के लिए परमडोली, मुकादमगुडा, अंतापुर, भोलारपठार यह मतदान केंद्र बनाए गए थे, जहां ग्रामीणों ने मतदान किया। चुनाव प्रक्रिया के लिए तेलंगाना सरकार द्वारा 40 अधिकारी-कर्मचारियों की नियुक्ति की थी।
Created On :   14 May 2024 10:20 AM GMT