हमला: आतंक वनराज का : चंद्रपुर में चरवाहा व गड़चिरोली में महिला बनी निवाला

आतंक वनराज का : चंद्रपुर में चरवाहा व गड़चिरोली में महिला बनी निवाला
  • बकरियां चरा रहे चरवाहे पर घात लगाए बैठे बाघ ने किया हमला
  • भालू ने भी तेंदूपत्ता तोड़ रहे बालक को किया घायल
  • ग्रामीण न अपने पेट का इंतजाम कर पा रहे न अपने पशुओं का

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर/गड़चिरोली । जिलों में अलग-अलग जगह बाघ के हमलों में दो लोगों की मौत हो गई। गड़चिरोली तहसील के सावरगांव जंगल परिसर में तेंदुपत्ता तोड़ने गई महिला पर बाघ ने हमला कर दिया, जिसमें महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं चंद्रपुर के बल्लारशाह वन क्षेत्र कलमना के जंगल में बकरियां चराने गए चरवाहा की बाघ के हमले में मौत हो गई।

गड़चिरोली. गांव की तीन महिलाओं के साथ जंगल में तेंदूपत्ता तोड़ने गई एक महिला पर घात लगाए बैठे बाघ ने जानलेवा हमला कर दिया। करीब 150 मीटर जंगल में घसीटकर बाघ ने महिला को अपना निवाला बनाया। घटना गड़चिरोली तहसील के सावरगांव जंगल परिसर में मंगलवार, 14 मई की सुबह 6.30 बजे के दौरान उजागर हुई। इस घटना से तेंदूपत्ता संकलन करने वाले मजदूरों व ग्रामीणों में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हो गया है। मृत महिला का नाम तहसील के आंबेशिवणी गांव निवासी पार्वताबाई बालाजी पाल (65) है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार की सुबह पार्वताबाई गांव की तीन महिलाओं के साथ आंबेशिवणी से सटी कठानी नदी पार कर सावरगांव के जंगल परिसर में तेंदूपत्ता संकलन के लिए पहुंची थी। गांव से करीब 4 किमी दूरी पर तेंदूपत्ता तोड़ते समय घने जंगल में घात लगाए बैठे एक बाघ ने उन पर अचानक हमला बोल दिया। जिसमें पार्वताबाई की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही वनविभाग की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल रवाना किया। इस घटना से तेंदूपत्ता संकलन करने वाले मजदूरों समेत नागरिकों में भयपूर्ण माहौल निर्माण हो गया है।

हमले में चरवाहा ने भी गंवाई जान : बल्लारपुर (चंद्रपुर). बल्लारशाह वन क्षेत्र कलमना के जंगल में मंगलवार को बकरियां चराने गये चरवाहे पर बाघ ने हमला कर दिया, जिसमें चरवाहे की मौत हो गई। मृतक चरवाहा का नाम वामन गणपति टेकाम (59) बल्लारपुर तहसील के मौजा कोर्टी मक्ता निवासी है। मंगलवार 14 मई की सुबह करीब 8.30 बजे चरवाहा वामन टेकाम कलमना के जंगल में बकरियां चराने गया था। इस दौरान गश्त पर निकले वन कर्मियों ने उन्हें जंगल से बाहर भेज कर आगे बढ़ गये। लेकिन दोपहर करीब 12 बजे चरवाहा पुन: बकरियों को चराने बल्लारशाह वन क्षेत्र कलमना के आरक्षित वन खंड क्रमांक 514 ए में गया तो जंगल में बैठे बाघ ने चरवाहा पर हमला कर दिया और चरवाहा वामन टेकाम की मौत हो गई।

घटना की जानकारी मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी नरेश भोवरे बल्लारशाह अपनी टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुंच मुआयना कर शव को कब्जे में ले लिया। मौका पंचनामा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस विभाग को सौंप दिया। साथ ही मृतक के परिजनों को अस्थाई आर्थिक सहायता प्रदान की गई। स्थानीय रेंजर नरेश भोवरे ने बताया कि जंगल में गश्त बढ़ा दी गई है और बाघ पर नजर रखने के लिए 20 ट्रैप कैमरे और 1 लाइव कैमरा लगाया गया है। आगे की कार्रवाई मध्य चांदा वन विभाग, चंद्रपुर की उपवनसंरक्षक श्वेता बोड्डू, सहायक वन संरक्षक आदेश कुमार शेंडगे के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र अधिकारी बल्लारशाह नरेश भौवरे कर रहे हैं। भोवरे ने कलमना वन क्षेत्र में बाघों की मौजूदगी के कारण जंगल में न जाने की अपील की है।

Created On :   15 May 2024 8:46 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story