Dindori News: डिंडोरी के पिपरिया में सरंपच के खिलाफ वोटिंग से पहले बवाल, बैगा आदिवासियों से बदसलूकी भी की

डिंडोरी के पिपरिया में सरंपच के खिलाफ वोटिंग से पहले बवाल, बैगा आदिवासियों से बदसलूकी भी की
अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले 17 पंचों पर सरपंच समर्थकों ने किया पथराव, बेरहमी से पीटा, गर्भवती महिला को भी नहीं छोड़ा, गाडिय़ों में भी तोडफ़ोड़

Dindori News। दो महीने से क्षेत्र में आ रही बॉक्साइट खदान के विरोध को लेकर देश भर में सुर्खियां बटोरने वाली ग्राम पंचायत पिपरिया में मंगलवार दोपहर जमकर बवाल हुआ। सरपंच सरिता पट्टा के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पर ग्राम पंचायत भवन में वोटिंग से पहले सरपंच के पति लोकनाथ यादव, जेठ चमरू यादव तथा उनके करीब 40 समर्थकों ने प्रस्ताव लाने वाले 17 पंचों पर पथराव व हमला कर दिया। कुछेक को बेरहमी से पीटा भी। करीब दो सप्ताह से पंचायत के बाहर अज्ञातवास पर चले गए 16 पंचों को मतदान स्थल पर नहीं पहुंचने देने उनके 3 चार पहिया वाहनों में तोडफ़ोड़ भी की। गांव में रह रही एक गर्भवती पंच रोशनी पड़वार के साथ भी मारपीट की। इस हमले में उपसरपंच पन्ने लाल तथा पंच टंटू बगदरिया व सुखराम को गम्भीर चोटें आर्इं हंै। बाकी लोगों को मामूली चोटें आईं, क्योंकि वे पथराव तथा हमला होने के समय अपनी जान बचाने भाग निकले थे। जिन 17 पंचों पर मतदान से रोकने हमला किया गया उनमें से 15 बैगा आदिवासी हैं। घटना के बाद चकाजाम कर रहे आक्रोशित ग्रामीणों ने बैगा पंच टंटू बगदरिया को अपमानित करते हुए उस पर सरपंच के पति लोकनाथ द्वारा पेशाब किए जाने का आरोप भी लगाया लेकिन पुलिस तक पहुंची शिकायत में इसका जिक्र नहीं है। पंचों पर हमले की सूचना मिलते ही एसडीएम रामबाबू देवांगन पुलिस व प्रशासन की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। घायलों को पंचायत भवन के अंदर लेकर गए। कार्यवाही पूरी की और घायलों को 100 नंबर गाड़ी की मदद से थाने लाया गया। हमले के विरोध में पंच समर्थक ग्रामीणों ने गांव की मुख्य रोड पर चकाजाम कर दिया। इस दौरान सरंपच व पंच समर्थकों तथा उनके परिजनों के बीच जमकर तकरार भी हुई।

पहले से थी आशंका, फिर भी मात्र 10 पुलिस वाले

28 मई को सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के साथ गांव से बाहर रह रहे 16 पंचों ने 2 दिन पहले मतदान के दिन उन पर हमले की आशंका जताई थी। एसडीएम को पत्र लिख कर वोटिंग एसडीएम या जनपद कार्यालय में कराने का निवेदन भी किया था। एसडीएम के इस आश्वासन पर कि वहां पूरी व्यवस्था है, निडर हो कर गांव में जाइए, ये सभी वाहनों से गांव जा रहे थे लेकिन सम्मिलन स्थल पंचायत भवन पहुंचने से पहले ही घुर्री में इन पर हमला कर दिया गया। गांव में प्रशासन ने व्यवस्था के नाम पर केवल 10 पुलिस जवान तैनात किए थे वे भी गांव से करीब एक किलोमीटर दूर खड़े थे।

पीठासीन अधिकारी की टीम को भी नहीं घुसने दिया

सम्मिलन की कार्रवाई पूरी करने की जिम्मेदारी पीठासीन अधिकारी तहसीलदार भरत सिंह वट्टी को सौंपी गई थी। सरपंच समर्थकों ने पीठासीन अधिकारी को तो गांव में जाने दिया लेकिन उनकी टीम जिसमें आरआई, पटवारी सहित पुलिस व प्रशासन के अन्य लोग थे, को नहीं जाने दिया। गांव से एक किलोमीटर पहले ही उन्हें रोक दिया। ग्रामीणों व घायलों के अनुसार जो पुलिस वाले वहां मौजूद थे वे भी हमले के वक्त तमाशबीन बने रहे, हालांकि एसडीम देवांगन इस बात से इंकार करते हैं। देर शाम बजाग पुलिस ने पंच टंटू बगदरिया की शिकायत पर लोकनाथ यादव, चमरू यादव, रोहित पड़वार व अन्य के खिलाफ धारा १२६(२),२९६,११५(२), ३५१(२), ३२४(४), ३(५) सहित एसटीएससी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। टीआई अमृतलाल टिग्गा ने कहा कि मारपीट आदि के मामले में एफआईआर की जा चुकी है। ग्रामीणों द्वारा चक्काजाम को लेकर अभी प्रतिवेदन नहीं आया है।





अविश्वास प्रस्ताव पर फैसले को लेकर उहापोह

ग्राम पंचायत पिपरिया के पंच, सरपंच की उपस्थिति में ठीक 2 महीने पहले11 अप्रैल को पेसा एक्ट के तहत बुलाई गई ग्राम सभा में क्षेत्र में आने वाली बॉक्साइट खदान परियोजना के विरोध में प्रसताव पारित किया गया। इसके बाद शुरू हुई राजनीति के चलते पंचायत के 17 पंचों ने 28 मई को भ्रष्टाचार आदि के आरोपों के साथ सरपंच सरिता पट्टा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया। इस पर मंगलवार को वोटिंग होनी थी। पीठासीन अधिकारी तहसीलदार वट्टी तो सम्मिलन स्थल पर पहुंच गए थे लेकिन उनके सहयोगी सहित विश्वास प्रस्ताव लाने वाले पंच नहीं पहुंचे थे। श्री वट्टी ने पंचायत भवन के बाहर घटिेत घटनाक्रम को लेकर कोई बयान नहीं दिया। उन्होंने मीडिया से कहा कि मैं अंदर था, बाहर क्या हुआ मुझे नहीं पता। अविश्वास प्रस्ताव को लेकर भी तस्वीर साफ नहीं हुई है। इस पर फैसले को लेकर सभी पंच तथा गांव वाले उहापोह में हैं। एसडीएम (बजाग) रामबाबू देवांगन ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सिर्फ इतना कहा कि ‘ पिपरिया में हुए घटनाक्रम के मद्देनजर मंगलवार को सम्मिलन नहीं हो सका इसलिए अब अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया नहीं हो सकती। तहसीलदार के प्रतिवेदन का इंतजार है।’

Created On :   10 Jun 2025 11:14 PM IST

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