दो साल से अटकी नर्सिंग कॉलेज की शिफ्टिंग अब राजस्व विभाग ने माँगे 9 करोड़ रुपए

दो साल से अटकी नर्सिंग कॉलेज की शिफ्टिंग अब राजस्व विभाग ने माँगे 9 करोड़ रुपए
  • मेडिकल यूनिवर्सिटी के आगे शिफ्ट होगा रानी दुर्गावती नर्सिंग कॉलेज
  • स्वास्थ्य और राजस्व विभाग के बीच फँसा पेंच
  • शिफ्टिंग से एल्गिन अस्पताल में बढ़ेंगी सुविधाएँ, 500 बिस्तर तक क्षमता ले जाने का लक्ष्य

डिजिटल डेस्क, जबलपुर।

संभाग के सबसे बड़े शासकीय अस्पतालों में शामिल रानी दुर्गावती (लेडी एल्गिन) अस्पताल में परिसर में संचालित हो रहे रानी दुर्गावती नर्सिंग कॉलेज को अन्यत्र स्थानांतरित कर बिस्तर बढ़ाने की योजना को स्वीकृति मिले अब 2 साल हाेने को हैं, लेकिन यह प्रोजेक्ट फिलहाल कागजों में ही सिमटकर रह गया है। दरअसल नर्सिंग कॉलेज के स्थानांतरण के लिए पहले तो जमीन चिन्हित करने में वक्त लगा और अब जब जमीन चिन्हित हो गई है तो मामला स्वास्थ्य विभाग और राजस्व विभाग के बीच फँस गया है। अधिकारियों के अनुसार राजस्व विभाग ने 3 एकड़ जमीन के बदले 9 करोड़ रुपयों की माँग रखी है। इतनी बड़ी रकम के लिए भोपाल से हरी झंडी नहीं मिली है। बता दें कि नर्सिंग कॉलेज की शिफ्टिंग के लिए पहले आयुर्वेद कॉलेज से सटी हुई जमीन चिन्हित की गई थी, लेकिन अतिक्रमण के चलते यहाँ शिफ्टिंग संभव नहीं थी, जिसके बाद प्रशासन द्वारा मेडिकल यूनिवर्सिटी से सटी हुई मेडिकल कॉलेज की भूमि पर नर्सिंग कॉलेज खोलने का प्रस्ताव दिया गया।

एल्गिन में रहता है मरीजों का दबाव

बता दें कि एल्गिन अस्पताल में वर्ष भर मरीजों का दबाव बना रहता है। न सिर्फ शहर, बल्कि ग्रामीण अंचलों से भी प्रसूति से जुड़े गंभीर मामले यहाँ रेफर किए जाते हैं। जिसके चलते कई बार बेड की किल्लत भी सामने आती है। समय के साथ अस्पताल में सुविधाओं के विस्तार को लेकर कई प्रोजेक्ट्स आए, लेकिन बिस्तरों की संख्या में इजाफा नहीं हो सका है।

12 करोड़ की लागत से बनना है नर्सिंग कॉलेज

जानकारी के अनुसार रानी दुर्गावती नर्सिंग कॉलेज को शिफ्ट करने का निर्णय करीब 2 साल पहले हाे गया था, तब संभागायुक्त की अध्यक्षता में हुई आयुर्वेद कॉलेज की बाेर्ड मीटिंग में इस प्रस्ताव काे मंजूरी प्रदान की गई थी। नर्सिंग कॉलेज की बिल्डिंग के निर्माण के लिए बजट स्वीकृत करने का प्रपोजल भी एनएचएम को भेजा जा चुका है, लेकिन जब तक भूमि आवंटन नहीं होगा, तब तक बजट भी सेंक्शन नहीं होगा। बता दें कि निर्माण करीब 12 करोड़ की लागत से होगा।

3 एकड़ में अस्पताल, 2 एकड़ में चल रहा कॉलेज

वर्तमान में रानी दुर्गावती नर्सिंग कॉलेज, अस्पताल के करीब 2 एकड़ क्षेत्र में संचालित हो रहा है, जबकि अस्पताल परिसर ही करीब 3 एकड़ में है। कॉलेज के शिफ्ट होने के बाद एल्गिन अस्पताल के लिए बची हुई जगह उपलब्ध हो जाएगी, जिसका उपयोग अस्पताल में नए वार्ड, ओपीडी बनाने के लिए हो सकेगा, इसके अलावा आधुनिक लैब, डायग्नोसिस सेंटर, पार्किंग आदि बनाने में भी किया जा सकेगा।

500 बिस्तरों तक जानी है क्षमता

जानकारी के अनुसार वर्तमान में एल्गिन अस्पताल में 220 बिस्तर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले गंभीर प्रसव के मामलों से लेकर नजदीकी जिलों से भी गर्भवती और प्रसूताएँ उपचार के लिए यहाँ आती हैं। नए वार्ड बनने से बिस्तरों की संख्या बढ़ेगी। भविष्य मंे इसे 500 बिस्तरों का अस्पताल बनाने की तैयारी है।

आगामी बैठक में फिर करेंगे चर्चा

राजस्व विभाग द्वारा मेडिकल कॉलेज की जमीन प्रदान करने के बदले 9 करोड़ रुपयों की माँग की गई है। इस बारे में भोपाल स्तर पर बात की गई, लेकिन वहाँ से मना कर दिया गया है। मामले की जानकारी कलेक्टर को भी दी गई है। आगामी बैठक मंे इस पर एक बार फिर चर्चा की जाएगी।

डॉ. संजय मिश्रा, सीएमएचओ

Created On :   14 Aug 2023 8:21 AM GMT

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